किन्नौर, 11 अगस्त। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भारी भूस्खलन की एक और घटना ने कई जिंदगियां लील ली हैं। बुधवार दोहपर को हुए भूस्खलन से गिरी भारी भरकम चट्टानों की चपेट में आकर सवारियों से भरी एचआरटीसी की बस समेत कई वाहन दब गए हैं। नेशनल हाइवे पांच पर चील जंगल के पास हुए भूस्खलन के कारण हाइवे पर मलबा जमा हो गया है। जो बस चट्टानों के नीचे दबी है, वो किन्नौर जिले मे मूरंग से हरिद्वार की ओर जा रही थी। बताया जा रहा है कि इसमें काफी सवारियां मौजूद थीं।
समाचार लिखे जाने तक अभी तक 10 लाशें बरामद की गईं हैं और 14 के करीब लोगों को बचाया गया है। आईटीबीपी की टीम मौके पर बचाव अभियान में जुटी हुई है। उधर, हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सदन को जानकारी दी है कि इस हादसे में कई गाडि़यां दबी हुई हैं, जिनमें 40 लोगों के दबे होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि सरकार हादसे में दबे लोगों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही हैं। राहत और बचाव के लिए आईटीबीपी की टीम मौके पर मौजूद है। हादसे में बस का ड्राइवर और कंडक्टर घायल हुए हैं। उन्हें बचा लिया गया है। इस हादसे में जिन लोगों को निकाला गया है वो कुछ भी बताने की हालत में नहीं हैं। बचाव कार्य के लिए हेलीकॉप्टर का प्रबंध करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इस बीच आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने बताया कि निगुलसेरी में नेशनल हाइवे-5 पर भूस्खलन स्थल पर आईटीबीपी की तीन बटालियन के करीब 200 जवान बचाव अभियान में जुटे हुए हैं। पहाड़ी से लगातार चट्टानें गिरने के कारण राहत कार्य में बाधा आ रही है। इसके बावजूद जवान घायलों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाने की जद्दोजहद में जुटे हुए हैं।
इस बीच, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हादसे पर दुःख प्रकट करते ट्विट किया है कि हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भूस्खलन बेहद परेशान करने वाला है, क्योंकि कई लोगों के फंसे होने की खबर है। बचाव के लिए आईटीबीपी की टीमों को लगाया गया है। मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से अनुरोध करता हूं कि प्रभावित क्षेत्रों में हर संभव मदद करें। लोगों की भलाई के लिए मेरी प्रार्थना।
वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने जयराम ठाकुर से फोन पर बात की और वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी ली। गृह मंत्री ने फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए और स्थिति का जायजा लेने के लिए आईटीबीपी के महानिदेशक से भी बात की।
गौरतलब है कि 25 जुलाई 2021 को किन्नौर जिले के बटसेरी में सांगला-छितकुल मार्ग पर पहाड़ी से गिरी चट्टानों से मची तबाही का नजारा अभी तक लोग भूल नहीं पाए हैं। इस हादसे में एक टेंपो ट्रैवलर में सवार नौ पर्यटकों की मौत हो गई थी। हादसा इतना भयानक था कि वाहन को चट्टानों ने हवा में ही उड़ा दिया था। साथ ही पहाड़ी से गिरे बड़े पत्थर से बटसेरी स्थित बास्पा नदी पर बना 120 मीटर लंबा लोहे का पुल भी धराशायी हो गया था।
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