धर्मशाला, 29 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश के शहर कांगड़ा का कॉलेज रोड स्थानीय युवकों के गुटों में आए दिनों होने वाली झड़पों का केंद्र बन गया है। डीएवी कॉलेज के बाहर स्थित चौक पर आए दिनों युवकों में खूनी झड़पें होने के बावजूद पुलिस व प्रशासन अभी तक यहां कानून एवं व्यवस्था को पुख्ता नहीं कर पाया है और किसी बड़ी वारदात के इंतजार में है।
ताजा मामले में आज काफी देर तक युवकों के दो गुट भिड़ते रहे। सुबह 11 बजे के करीब हुई कहासुनी और हाथापाई के बाद दोपरह दो बजे के करीब एक गुट के युवक हाथों में डंडे और बेसबॉल के बैंट लेकर आ गए और दूसरे पक्ष के युवकों को घेर कर उनसे मारपीट की। इस दौरान दो युवकों के सिर से खून तक बहने लगा। वहीं इस दौरान कॉलेज रोड पर मौजूद कॉलेज के छात्र-छात्राएं भी भारी संख्या में एकत्र हो गए।
इस दौरान ऐसा नजारा लग रहा था कि मानो यहां कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। हैरानी की बात है कि दिन भर चली झड़पों के बावजूद पुलिस किसी को दबोच नहीं पाई। हालांकि इस बारे में सूचित किए जाने पर पुलिस का एक एएसआई मोटरसाइिकल पर मौके पर पहुंचा, मगर तब तक मारपीट में शामिल युवक मौके से फरार हो चुके थे।
उधर, इस झड़प में एमसीएम डीएवी कॉलेज के बीए अंतिम वर्ष के दो छात्र केशव और अरव घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि जैसे ही वो कॉलेज से निकले तो कॉलेज रोड में गेट के बाहर कॉलेज के ही एक छात्र के साथ मौजूद कुछ आउटसाइडर युवकों ने उन्हें घेर कर उन पर हमला कर दिया।
केशव के अनुसार हमला करने वालों में सागर, नितिन, अंकुश, अमन, सिद्धांत को वह पहचानता है। इन सभी ने उस पर डंडों और हथियारों से साथ हमला कर दिया। केशव ने बताया कि कॉलेज जाते समय उनके सहपाठी सौरभ के साथ इनमें से कुछ कहासुनी हुई थी। इस पर वे अपने साथ बाकी हमलावरों को लेकर आ गए और फिर उन पर हमला कर दिया।
इस हमले में केशव व आरव के सिर में गंभीर चोटें आई हैं। दोनों के सिर पर टांके लगे हैं। पुलिस ने सूचना मिलते ही जांच शुरू कर दी है और घायल छात्रों की सिविल अस्पताल कांगड़ा में मेडिकल जांच करवाकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें रवाना कर दी गई हैं।
गौरतलब है कि शहर में जहां दिनदिहाड़े इस तरह की वारदातें हो रही हैं, तो वहीं रात को भी युवक गाडि़यां, बाइकें आदि लेकर दनदनाते देखे जा सकते हैं। देर रात तक युवकों की हुलड़बाजी व तोड़फोड़ कॉलेज रोड में आम बात हो चुकी है। इसके चलते स्थानीय लोग भी खासे परेशान हैं।