- घटने लगा व्यापार व लगने लगा घंटों जाम
- पुलिस व एमसीडी के खिलाफ भी रोष
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर। दिवाली के पास आते ही सदर बाजार में पटरियों और सड़कों पर कब्जे को लेकर व्यापारियों ने बंद की चेतावनी दी है। व्यापारी इस बात से भी नाराज हैं कि उनकी आवाज ना तो पुलिस सुन रही है और ना ही नगर निगम। जिससे पुलिस व एमसीडी के खिलाफ भी व्यापारियों में रोष है।
फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन (फेस्टा) ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द ही पटरी वालों को नहीं हटाया गया तो सदर बाजार के व्यापारी सड़कों पर उतरेंगे। फेस्टा के चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा, वाइस चेयरमैन पवन खंडेलवाल, अध्यक्ष राकेश यादव, महासचिव कमल कुमार, राजेंद्र शर्मा, सतपाल सिंह मंगा और सुधीर जैन ने कहा कि फेडरेशन लगातार पटरियों व सडकों पर हो रहे अवैध कब्जे के खिलाफ प्रशासन को अवगत कराता रहा है। इसके साथ ही उपराज्यपाल, सांसद और सभी संबंधित अधिकारियों से मुलाकात कर पटरी माफिया की जानकारी दी गई है। परंतु पटरी पर से अवैध कब्जा हटने के बजाय काफी बडी संख्या में तीन-तीन चार-चार लाइन लग गई है। इसका असर सीधा-सीधा दुकानों पर पडने लगा है। खरीददारी करने आए ना ग्राहक व व्यापारी दुकानों के अंदर नहीं आ पा रहे। जिससे उनकी दुकानदारी कम होती जा रही है। दूसरा भीड़ में जेबकतरों की चांदी हो गई है। पटरियों व सड़कों पर अवैध कब्जों से कई-कई घंटे ट्रैफिक जाम लगा रहता है।
परमजीत सिंह पम्मा व राकेश यादव ने कहा कि इस पर जल्द ही पुलिस या एमसीडी ने कोई निर्णय नहीं लिया तो व्यापारी वर्ग सड़कों पर उतरने पर मजबूर हो जाएगा। व्यापारियों के हितों को देखते हुए फेस्टा मार्केट बंद पर विचार कर रही है।