जीवन का अनुभव

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निःसंदेह माता-पिता संतान को कभी भी अनैतिक और असामाजिक आचरण के लिए स्वीकृति प्रदान नहीं करते हैं।

तथापि

भावानाओं के वशीभूत होकर अप्रत्यक्ष रूप से सहयोगी अवश्य होते हैं।

प्रो. (डॉ) सरोज व्यास
(लेखिका-शिक्षाविद्)
निदेशक, फेयरफील्ड प्रबंधन एवं तकनीकी संस्थान,
(गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय), नई दिल्ली

जीवन का अनुभव

 

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