- बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट सीबीएसई पैटर्न पर होगा
- पांच लाख बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड?
- बोर्ड परीक्षाएं सीबीएसई की तर्ज पर साल में दो बार होंगी
- अटल उत्कृष्ट स्कूल सीबीएसई से संचालित होंगे?
जब सब कुछ सीबीएसई बोर्ड की नकल हो या उत्तराखंड के स्कूल भी सीबीएसई ही संचालित करेगा तो उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा बोर्ड की जरूरत क्या है? वैसे भी बोर्ड को दसवीं और बारहवीं का रिजल्ट घोषित करना है। दसवीं में तीन लाख और बारहवीं में दो लाख बच्चे हैं। जानकारी के मुताबिक अधिकांश स्कूलों में न तो छमाही परीक्षाएं हुईं, न प्री-बोर्ड हुआ और न प्रैक्टिकल। पता नहीं बच्चों को अंक किस आधार पर देंगे? होनहार बच्चों का भविष्य प्रभावित नहीं होगा क्या? शिक्षा बोर्ड आखिर कर क्या रहा है? पांच लाख बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड हो रहा है़? कौन जवाब देगा? शिक्षा विभाग या बोर्ड?
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]