- देहरादून नगर निगम की स्वच्छता समितियों का घोटाला
- 100 नदारद कर्मियों के नाम किसने हजम की जनता की कमाई
प्रदेश में निकाय चुनाव की तैयारी है। देहरादून नगर निगम के 100 वार्ड में मोहल्ला स्वच्छता समितियों के नाम पर एक हजार से भी अधिक पर्यावरण मित्र रखे गए थे। इनको जो पैसा दिया जा रहा था तो वो डीबीटी की बजाए मोहल्ला समितियों को दिया गया और पार्षद देते थे। पुराना मामला उजागर हो चुका है।
कुल मिलाकर 84 करोड़ 90 लाख का गोलमाल है। तत्कालीन प्रशासक डीएम सोनिका ने जांच बिठाई, 10 प्रतिशत माना गया कि गड़बड़ी हुई। यानी 100 स्वच्छता कर्मी नदारद पाए गए। रिपोर्ट डीएम दून को सौंपी गई। रिपोर्ट किस कोने में और कहां दबी है, पता नहीं। सुना है कि नए डीएम सबिन बंसल दारू के ठेेके पर ओवररेटिंग के लिए गए। दारू हर कोई नहीं पीता। लेकिन सफाई से सबका लेना-देना है। जनता के पैसे हैं। इसे बर्बाद नहीं किया जाना चाहिए। चुनाव से पहले यह जांच हो कि स्वच्छता समितियों का पैसा कौन पार्षद खा गए। यदि खा गए तो उनसे रिकवरी हो और जनता के सामने एक्सपोज हों। डीएम सबिन बंसल स्वतः संज्ञान लें।
वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार