- सब्सिडी हजम और उत्पादकों को कर्ज में धकेल रहे अफसर
- दुखी किसान आज देहरादून में करेंगे प्रदर्शन
प्रदेश के कृषि और बागवानी विभाग में हर साल करोड़ों का घोटाला होता है। अदरक, लहुसन के बीज से लेकर जैविक फसल और उत्पादों के नाम पर बड़ा खेल होता है। इसमें बागवानी विभाग के अफसरों से लेकर विभाग के मंत्री गणेश जोशी तक सवालों के घेरे में हैं। सेब और कीवी की पौध को लेकर भी प्रदेश में बड़ा खेल हो रहा है। किसानों को समय पर पौध नहीं मिली है। उनकी सब्सिडी को पहले जमा करने पर मजबूर किया जा रहा है। पौधे की कोई गारंटी नहीं है। सेब के बाग लगाने के लिए सहकारिता का भी बड़ा खेल है।
मैंने कृषि मंत्री गणेश जोशी के दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के जर्मनी समेत चार देशों की यात्रा के बारे में पहले भी लिखा था। किसानों के नाम पर मंत्रियों-अफसरों का विदेश घूमने का सिलसिला राज्य गठन के बाद से ही चल रहा है। यहां तक नेता और अफसर विदेश घूम कर आते हैं तो विजिटिंग रिपोर्ट भी नहीं देते।
यह भी हास्यापद है कि बागवानी के डायरेक्टर बबेजा के खिलाफ गंभीर आरोप लगते हैं। उनकी जांच तो नहीं होती, लेकिन जिसने आरोप लगाए उसे संस्पेंड कर दिया जाता है। अब मिशन एप्पल और कीवी को लेकर किसानों से करोड़ों का खेल हो रहा है। किसान सांसत में हैं। पौड़ी, टिहरी में तो सेब और कीवी उत्पादक मौजूदा व्यवस्था से बहुत त्रस्त हो गये हैं। ऐसे में सेब के बागान लगाने और जैविक प्रदेश बनाने की योजना को नेता और अफसर चपत लuगा रहे हैं। ऐसे ही दुखी किसान आज देहरादून में गांधी पार्क और सीएम आवास पर प्रदर्शन करेंगे।
मैं लगातार इस मामले में काम कर रहा हूं। जल्द ही पूरे खेल का खुलासा करूंगा।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]
तो राहुल गांधी सही बोले, मोदी जी की नहीं अडाणी-अंबानी की सरकार!