- दून में चाय बागान की अरबों रुपये की जमीन हो रही खुर्द-बुर्द
वन भूमि पर धार्मिक कब्जे हटाए जा रहे हैं। लेकिन देहरादून की चाय बागान की जमीन पर सरकार चुप है। दून के रिंग रोड पर जिस जगह भाजपा का कार्यालय बन रहा है वह भी चाय बागान की कब्जाई जमीन है। विवादित जमीन खसरा नंबर 43 पर भाजपा ने धडल्ले से अपने कार्यालय का निर्माण भी शुरू कर दिया है। यहीं एक अवैध होटल है, एक मकान तो इन दिनों भी कब्जाई जमीन पर बन भी रहा है। यह अरबों रुपये की जमीन है। आखिर इन पर कब्जा कब हटेगा?
आरटीआई एक्टिविस्ट विकेश नेगी ने चाय बागान की जमीन पर अवैध कब्जा होने को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की। कोर्ट ने आदेश दिये थे कि विवादित जमीन से कब्जे हटाए जाएं। लेकिन भाजपा तो तेजी से लाडपुर की जमीन पर निर्माण कर रही है। न्यायालय अपर कलक्टर प्रशासन देहरादून के डा. शिव कुमार बरनवाल ने 29 अक्टूबर को अवैध कब्जे हटाने का आदेश दिया था। लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]