अमरीका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा जब गुजरात दौरे पर आए थे तो उन्हें वहां की मलिन बस्तियां न दिखें तो बस्तियों के आगे दीवार खड़ी कर दी गयी थी। वह गुजरात था और यह उत्तराखंड। आज राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू देहरादून पहुंच रही हैं। राष्ट्रपति को देहरादून की बदहाल स्थिति न दिखे, इसको छिपाने का यह प्रयास देखिए। रिस्पना से नेहरू कालोनी तिराहे तक एक बहुत ही गंदा नाला है। यहां से गुजरने वालों को नाक पर रुमाल रखकर गुजरना होता है। यहां शेरवुड स्कूल भी है।
पता नहीं वहां के बच्चे बीमार पड़ते होंगे या नहीं। खैर, आज तक उस नाले की सफाई हुई या नहीं, कह नहीं सकता। लेकिन आज उस नाले को हरी जाली से ढक दिया गया है। लेकिन राष्ट्रपति को दून यूनिवर्सिटी भी जाना है। वहां ट्राइवल रिसर्च सेंटर से मोथरावाला तक हर कदम पर मुर्गों के बिखरे पंख और टांगे मिल जाएंगी। उस इलाके में बदबू से बुरा हाल है। मुर्गा बाजार से बोरों में भरकर मुर्गे के गले-सड़े अंग यहां फेंक दिये जाते हैं। इससे पूरे इलाके में बदबू होती है। इस बदबू को क्या अब स्प्रे से रोका जाएगा?
आपका स्मार्ट सिटी देहरादून में हार्दिक स्वागत है राष्ट्रपति महोदया!
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]