देहरादून, 26 नवंबर। सीमा शर्मा के खिलाफ 13 नवंबर को स्थानीय अखबारों और सोशल मीडिया पर खबर प्रकाशित होने पर आज उनका बयान सामने आया है। उनके मुताबिक मामला एक ऑनलाइन व्यवसाय में साझेदारी को लेकर कंपनी और वाडिया के निदेशक की पत्नी टुम्पा के बीच का था। टुम्पा सेन यूनाइटेड इन्शुरेन्स में असिस्टेंट मैनेजर हैं और सीमा शर्मा से टुम्पा ने अपनी जॉब के साथ एक नया व्यवसाय शुरू करने के लिए इच्छा जाहिर की। उनके अनुरोध पर सीमा शर्मा ने उन्हें एक ऑनलाइन व्यवसाय वाली ई-कॉमर्स कंपनी के लोगों से ऑनलाइन परिचय कराया।
कंपनी के सभी नियमों को अच्छी तरह से जानकर कंपनी में साझेदारी के लिए टुम्पा ने कंपनी में पैसा निवेश किया जिसके बदले कंपनी ने उन्हें हॉलिडे पैकेज और अन्य प्रोडक्ट रसीद के साथ प्रदान दिए। कंपनी के प्रॉफिट को देखते हुए टुम्पा ने अपनी बहन और बेटे को भी कंपनी में साझेदार बनाया। साथ ही बहुत से लोगों को इस कंपनी में साझेदारी के लिए कंपनी के सीनियर लोगों से मीटिंग करवाई। कुछ महीने कार्य करने के बाद टुम्पा को कंपनी में कार्य करने में असमर्थता जाहिर हुई और वो अपना निवेश का पैसा वापस मांगने लगी। कंपनी के नियमों के अनुसार एक अवधि के भीतर ही जमा रकम को वापस करने का प्रावधान है। इस पर टुम्पा सीमा शर्मा पर पैसे वापस करने का दवाब बनाने लगी और थाने में गलत रिपोर्ट दर्ज करवाई। सीमा शर्मा ने ये मामला कंपनी के अधिकारियो तक पहुंचाया। सभी नियमों को देखते हुए कंपनी के अधिकारी, वकीलों ने देहरादून आकर इस मामले में हस्तक्षेप किया और इस मामले को सुलझाया। टुम्पा द्वारा सीमा शर्मा के खिलाफ एफआईआर वापस ले ली गई है और अब दोनों पार्टियों के बीच किसी भी तरह का विवाद अब नहीं है।