टोंटी-कप गिलास सब ले गये हाकिम के परिजन
सील क्यों नहीं किया रिजार्ट, कुछ समझो लोगो!
यूकेएसएसएससी के मास्टरमाइंड अज्ञात नेता-अफसर के चहेते हाकिम सिंह के रिजार्ट को आज ढहा दिया गया। कहा जा रहा है कि यह तीन चौथाई वन भूमि पर बना हुआ था। अब सवाल यह है कि आखिर इस रिजार्ट को क्यों उसी दिन नहीं तोड़ा गया? तर्क कई दिये जा रहे हैं, लेकिन मेरे सूत्र जो बता रहे हैं वह चौंकाने वाली बात है। बताया जा रहा है कि रिजार्ट से हर चीज गायब है। यहां तक कि झाडू और कूड़ेदान भी। किचन में एक चम्मच नहीं है और न ही नल की टोंटी है। यहां तक कि बिजली के स्विच भी गायब हैं। साफ है कि रिजार्ट ढहाने की इस कार्रवाई में देरी क्यों हुई? छत और कीमती लकड़ी भी ग्रामीण उठा ले गये। मैंने उत्तरकाशी के डीएम और एसडीएस से बात करने की कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हो सका। गोविंद विहार वन्य जीव विहार के अधिकारियों का कहना है कि 26 सितम्बर को बेदखली का नोटिस दिया गया था। नोटिस का पालन नहीं हुआ तो ध्वस्तीकरण कर दिया गया।
प्रशासन पर यह भी सवाल है कि यह रिजार्ट सील क्यों नहीं किया गया? तर्क दिया गया कि बुल्डोजर नहीं मिल रहा। गजब हाल हैं। सील क्यों नहीं किया गया, क्या सील भी नहीं मिल रही थी? इस मामले में गोविंद विहार वन्य जीव विहार के अफसरों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए कि यह रिजार्ट जब बन रहा था तो उनकी आंखें क्यों बंद थी? इसके बाद भी आंखें हाकिम की गिरफ्तारी तक क्यों बंद रही।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]