गजब की बात। यह पत्र देखिए। उत्तराखंड विधानसभा के सचिव मुकेश सिंघल खुद ही अपना वेतन निर्धारण करते हैं। इसका आदेश खुद ही के हस्ताक्षर से जारी कर रहे हैं। मुकेश को एक ही दिन में दो प्रमोशन दे दिये गये। पत्र में लिख भी दिया कि अगली वेतनवृद्धि जुलाई में होगी। राज्य 75 हजार करोड़ के कर्ज में है। महाशय को प्रमोशन के साथ वेतनवृद्धि भी तय समय पर चाहिए।
यही तो है पीएम मोदी का कथन, रेवड़ियां बंटना।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]
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