- खा-खा कर मोटे हो गये खिलाड़ी तो मुंबई से 725 रन से हार गये
रणजी ट्राफी क्रिकेट के क्वार्टर फाइनल में मुंबई ने उत्तराखंड की टीम को 725 रन से धो डाला। सुना है कि इतिहास की यह सबसे बड़ी हार है। हार-जीत लगी रहती है। आज हारे हैं तो कल जीत भी जाएंगे। हमें सीएयू के माहिम वर्मा का आभार जताना चाहिए कि वह खिलाड़ियो को स्वीगी और जमैटो से खाना मंगा कर खिलाते हैं ताकि खिलाड़ी हष्ट-पुष्ट रहे और उन्हें अधिक दौड़ना न पड़े। माहिम का इसलिए भी धन्यवाद करना चाहिए कि 35 लाख के केले और 22 लाख का पानी पीने के बाद भी उनकी तोंद अब भी फटी नहीं। शायद विरासत में पचाने के संस्कार मिले हैं।
धामी सरकार को चाहिए कि माहिम वर्मा की डाइट का ध्यान रखें, कहीं कुपोषित हो गये तो उत्तराखंड की नाक कट जाएगी। साथ ही जोरदार मांग है कि माहिम वर्मा को उत्तराखंड रत्न देकर सम्मानित किया जाए। भला ऐसा खेल प्रेमी कहां मिलेगा?
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]