- मोटे-थुलथुले नेताओं और अफसरों को बनाना था निवाला
- इंटेलीजेंस की रिपोर्ट के बाद सावधानी, दून में ही होगा बजट सत्र
उत्तराखंड की इंटेलीजेंस यूनिट ने प्रदेश के माननीय, प्रिय मंत्रियों, विधायकों और अफसरों को बचा लिया। सूचना मिली थी कि गैरसैंण के साथ लगते जंगल में गुलदारों की एक सीक्रेट बैठक हुई। इस बैठक में तय किया गया कि गैरसैंण सत्र में जितने भी मालदार मोटे और थुलथुले नेता और अफसर हैं, उनको निवाला बनाएंगे। गुलदारों के बीच में एक गुलदार गद्दार निकला। यह गुलदार मैदानी था और मोतीचूर रेंज के राजाजी पार्क से भागकर वहां पहुंचा था। उसने गुप्त सूचना इंटेलीजेंस यूनिट को दे दी।
जानकारी के अनुसार जिस तरह मौसम विभाग मुसीबत केदारनाथ आपदा के बाद आसमां में बादल घुमड़ते देख अपनी जान छुड़ाने के लिए भविष्यवाणी करता है कि आंधी और मूसलाधार बारिश आएगी। ताकि बाद में कोई बबाल न हो, ठीक इसी तरह इंटेलीजेंस यूनिट ने माननीयों को बता दिया कि गैरसैंण में गुलदार हमला करेंगे। बस, गैरसैंण सत्र कैंसिल। गुलदारों की साजिश विफल हो गयी। गुलदार छापेमारी के डर से तितर-बितर हो गये हैं। अब ग्रामीणों और उनके पशुओं को ही निवाला बनाएंगे।
उधर, नेताजी को लगता है कि देहरादून ही सबसे मुफीद है। इंटेलीजेंस यूनिट का आभार। जनता को भी राहत है कि गैरसैंण पिकनिक पर होने वाली भारी-भरकम राशि बच गयी। वरना जनता को कुछ और टैक्स चुकाने पड़ते।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]