गांवों में मरीज दवा और इलाज के तरस रहे। क्यों नहीं करते इस राशि को खर्च?
पौड़ी के थैलीसैंण, पोखड़ा, नैनीडांडा, एकेश्वर आदि इलाकों में गर्भवती महिलाओं को इलाज नहीं मिल रहा है। अल्ट्रासाउंड भी नहीं हो रहा है। कई गांवों में बुखार फैला है। न तो टेस्टिंग हो रही है और न ही उनकी सुध ली जा रही है। कई गांवों से बाजार 30 से 40 किलोमीटर दूर हैं।
मैक्स बुकिंग पर जा रहे हैं और मनमाना किराया वसूल रहे हैं। ग्रामीण बाजार में भी दवाएं उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे समय में क्या विधायक महोदय, एक करोड़ की निधि को खर्च करने के लिए अपने 30 प्रतिशत कमीशन पाने का इंतजार कर रहे हैं। कुछ करते क्यों नहीं विधायक?
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]