- स्कूली खेलों में नेशनल लेवल पर जीत चुकी हैं कई गोल्ड मेडल
- एसबीपीएस की छात्रा ने वजन को बना लिया हथियार
दो दिन पहले सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल में जिलास्तरीय बाक्सिंग प्रतियोगिता हुई। इस प्रतियोगिता के सब जूनियर वर्ग के 60 किलो भार वर्ग में तृप्ति जखमोला ने गोल्ड मेडल जीता। 14 वर्षीय तृप्ति के मुक्कों का सामना बहुत कम खिलाड़ी कर पाते हैं। उसके पंच में जबरदस्त दम है। वह जिला ही नहीं कई राज्यों की प्रतियोगिताओं में विजेता और उपविजेता रहने के साथ ही राष्ट्रीय स्कूली खेलों में भी दो बार गोल्ड मेडल जीत चुकी है।
इस साल जनवरी में हरियाणा के सोनीपत में आयोजित सीबीएसई नेशनल लेवल खेलों में भी तृप्ति ने अपने वर्ग में रजत पदक जीता। पिछले वर्ष देहरादून में आयोजित कर्नल के एस मेमोरियल बाक्सिंग प्रतियोगिता में भी वह रजत पदक जीती। इसके अलावा पिछले साल दिसम्बर में तृप्ति ने फोर्स टेन में प्रथम और सीबीएसई नार्थ जोन बाक्सिंग प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल किया।
तृप्ति का वजन कुछ अधिक है। ऐसे बच्चे अक्सर सुस्त होते हैं लेकिन तृप्ति ने अपने वजन को ही हथियार बना लिया। वह मोबाइल की दुनिया से बाहर निकली और खेलों की दुनिया में पहुंची। 2021 में उसने एसबीपीएस बाक्सिंग एकेडमी ज्वाइन की और इसके बाद उसका सुनहरा सफर शुरू हो गया। उसकी फुर्ती और बाक्सिंग पंच देख कोई भी हैरान रह जाता है। मैंने उससे पूछा, आगे क्या करना है। हंसते हुए बोली, बाक्सिंग। मेरी कॉम को अपना आदर्श मानने वाली तृप्ति रिंग के अलावा घर में भी रोजाना दो घंटे पसीना बहाती है।
तृप्ति के सुखद और उज्ज्वल भविष्य की कामना।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]