एडीएम साहब से एक सवाल मेरा भी

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चमोली में भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी युवाओं से डीएम ज्ञापन लेने नहीं पहुंचे। प्रदर्शनकारी युवाओं ने घंटों डीएम का इंतजार किया लेकिन रेड कारपेट पर चलने वाले उनके नाजुक कदम पथरीली जमीन को छूने को तैयार नहीं थे। एडीएम आए तो ज्ञापन इस शर्त पर लिया कि पहले पांच सवालों के जवाब दो। अच्छी बात है युवाओं से सवाल पूछने चाहिए। ज्ञानवर्द्धन करना बुराई नहीं है।
लेकिन क्या एडीएम साहब में इतना नैतिक साहस है कि वह नेताओं से महज एक सवाल पूछ सके, सर, जब आप इतना कालाधन कमाते हो, तो अपने रिश्तेदारों को नौकरी क्यों लगाते हो?
[वरिष्‍ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]

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