- नजर आने लगा लैंसीडाउन और कालागढ़ में भ्रष्टाचार
- सीएम से की शिकायत, उच्च स्तरीय जांच हो
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की नजरें लैंसीडाउन सीट पर हैं। यह भांपते ही वहां के विधायक महंत दिलीप रावत सतर्क हो गये हैं। उन्हें अचानक ही पता लग रहा है कि पिछले चार साल से कालागढ़ और लैंसीडाउन वन प्रभाग में घोर अनियमितताएं हो रही हैं। करोड़ों के कार्य बिना निविदा के ही हो रहे हैं। और एक ईमानदार वन संरक्षक को भी हटा दिया गया है। सीधी सी बात है कि उनका इशारा वन मंत्री हरक सिंह रावत की ओर है।
अब बताओ, जो कैबिनेट मंत्री अपने सीएम को जीत का आशीर्वाद दे रहा हो, उसे छोटा भाई बता रहा हो, भला उसका कुछ बिगड़ेगा। लक्ष्मण स्वरूप छोटा भाई जांच बिठाएगा क्या? भाई लोगो, क्या सतयुग या त्रेतायुग लौट आया है? और हां, महंत जी, आप बताओ, वो जो कोटलीसैंण वाली सड़क की कारपेटिंग हाथों से ही उखड़ गयी थी तो आपने इंजीनियरों और ठेकेदार को तुरंत क्लीन चिट दे दी थी। क्यों? यानी आप करो तो सब सही, दूसरा करे तो अत्याचार। वाह री वाह, डबल इंजन सरकार।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]