लखनऊ, 22 जुलाई। भारतीय समन्वय संगठन (लक्ष्य) की लखनऊ टीम ने बहुजन जागरूकता अभियान के तहत एक दिवसीय कैडर कैंप का आयोजन लखनऊ के गांव मवई पडि़याना में किया।
जिस समाज को देश का हुक्मरान होना चाहिए था वह समाज दरिद्रता, भुखमरी, अपमान व शोषणपूर्ण जीवन जीने के लिए विवश है, जबकि मुट्ठी भर लोग देश की धन धरती पर हजारों वर्षों से कब्जा जमाए बैठे हैं। इसका मुख्य कारण है कि बहुजन समाज हजारों जातियों के जाल में फंसा हुआ है।
सामाजिक परिवर्तन के लिए बहुजन समाज को हुक्मरान बनना होगा यह तभी संभव होगा, जब समाज के लोग अपनी जातियों के जाल से बाहर निकले और अपनी वोट का इस्तेमाल बहुत सोच-समझकर करें, अर्थात् वह इसे किसी लालच में आकर इस्तेमाल न करें। यह बात लक्ष्य कमांडरों ने अपने संबोधन में कही। लक्ष्य कमांडरों ने बहुजन समाज के महापुरुषों के योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बच्चों की शिक्षा पर भी जोर दिया तथा महिलाओं को अंधविश्वाश से बाहर निकलने का आह्वान किया।
इस कैडर कैंप में लक्ष्य कमांडर रेखा आर्या, राजकुमारी कौशल, संघमित्रा गौतम, विजय लक्ष्मी गौतम, नीलम चौधरी, अनीता गौतम, वर्तिका गौतम, रूचि गौतम, आशा गौतम, काजल, सीमारानी, ग्राम प्रधान गीता, रामप्यारी, अनीता देवी, मीना देवी, बबली, निर्मला देवी, इं.मुन्नी लाल एवं लक्ष्य यूथ कमांडर राहुल कुमार, कुलदीप बौद्ध, राजेंद्र गौतम, गिरजा गौतम, इंद्रा कुमार, उत्कृष गौतम और विद्याधर ने भी हिस्सा लिया।
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