कृति से पाठकों को गांधी के समग्र विचारों की प्रमाणिक जानकारी मिलेगी

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भोपाल, 12 जून। गांधी भवन के सभागार में एक भव्य समारोह में गांधी जीवन दर्शन और विचार कृति का विमोचन हुआ।
इस कृति पर प्रकाश डालते हुए इसके संकलन कर्ता और संपादक डॉ आर के पालीवाल ने बताया कि 2019-20 में गांधी 150 के दौरान दिल्ली से प्रकाशित नेशनल एक्सप्रेस हिंदी दैनिक समाचार पत्र में साल भर गांधी के व्यक्तित्व और विचारों पर लेखों की लंबी श्रृंखला प्रकाशित हुई थी। गांधी के जीवन और विचारों के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित इन लेखों को देश भर के गांधी विचार से प्रभावित अठारह लेखकों ने लिखा था।
मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त पद से सेवानिवृत्त वरिष्ठ गांधी विचारक डॉ आर के पालीवाल ने इन लेखों का संकलन एवं संपादन कर इन्हें पुस्तक का रूप दिया है, जिसे नेशनल एक्सप्रेस अखबार समूह दिल्ली और ग्राम सेवा समिति भोपाल ने संयुक्त रूप से प्रकाशित किया है।
डॉ पालीवाल ने आगे कहा कि कृति में संकलित लेखों को चार खंडों में रखा गया है, गांधी के जीवन और व्यक्तित्व से संबंधित लेख, गांधी के विचारों पर केंद्रित लेख, गांधी के अपने समकालीनों के साथ संबंधों को उजागर करते लेख और गांधी के विचारों की वर्तमान प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते लेख। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस कृति के लेखों से गुजरकर पाठकों को गांधी के समग्र विचारों की प्रमाणिक जानकारी मिल सकेगी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओ पी रावत ने कहा कि डॉक्टर आर के पालीवाल बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने गांधी पर लिखे लेखों को पुस्तक के रूप में नेशनल एक्सप्रेस के माध्यम से जन जन तक पहुंचाने का काम किया है। अब गांधी को विभिन्न माध्यमों से भी जनता तक पहुंचाने की जरूरत है।
आयोजन के अध्यक्ष पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर ने कहा कि डॉक्टर पालीवाल ने गांधी विचार को पूरी तरह आत्मसात किया है। उनके द्वारा संकलित संपादित यह कृति पाठकों में गांधी की समझ बढ़ाएगी।
इस अवसर पर गांधी भवन भोपाल के मैनेजिंग ट्रस्टी दयाराम नामदेव ने कहा कि गांधी इस समय और ज्यादा प्रासंगिक हैं। जब पर्यावरण का संकट बहुत गंभीर नहीं था तब भी वे प्रकृति से जरूरी संसाधन ही लेने की बात करते थे। नेशनल एक्सप्रेस समाचार पत्र समूह के संस्थापक विपिन गुप्ता ने भी विमोचित कृति पर विचार व्यक्त किए। उन्होने कहा कि गांधी 150 के दौरान पालीवाल से मुलाकात के बाद ही साल भर नियमित गांधी लेख प्रकाशित करने की योजना बनाई गई थी। हमने हाल ही में पत्रकारिता में चालीस साल लंबा सफर पूरा किया है तभी इन लेखों को पालीवाल ने संकलित कर पुस्तक का रुप दिया है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि दो अक्टूबर को विज्ञान भवन दिल्ली में पालीवाल को पहला गांधी पुरस्कार दिया जाएगा। आभार प्रदर्शन ग्राम सेवा समिति के सचिव एके जैन ने किया। उन्होने कहा कि हमारी संस्था देश भर में आदर्श ग्राम बना रही है। आयोजन में बडी संख्या में गांधी विचारक, साहित्य प्रेमी, समाजसेवी, केंद्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, पत्रकारिता जगत से जुडे प्रबुद्ध जन उपस्थित थे।

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