ऊना, 11 सितंबर। जिला ऊना में महिला स्वयं सहायता समूहों के तैयार उत्पादों को बेचने के लिए मंच प्रदान करने के उद्देश्य से ऊना में नवंबर-दिसंबर माह में एक बड़ा मेला आयोजित किया जाएगा। यह बात छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्यों के साथ एक बैठक में कही।
सत्ती ने कहा कि मेले के माध्यम से सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाएं अपना सामान बेचने के लिए उचित मंच मिलेगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आर्थिक व सामाजिक रुप से सशक्त बनाने के लिए प्रदेश सरकार निरंतर प्रयासरत है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूहों बनाए जाते हैं, ताकि वह आत्मनिर्भर बन सकें। इन स्वयं सहायता समूहों को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से आर्थिक रुप से सुदृढ़ करने का प्रयास किया जाता है, इसके लिए सरकार आर्थिक सहायता भी प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि जिला ऊना में कुल 1857 स्वयं सहायता समूह विभिन्न प्रकार की गतिविधियों से जुड़े हैं, जिनमें विकास खंड बंगाणा के 336, अंब में 283, गगरेट के 237, हरोली के 684 और ऊना के 317 स्वयं सहायता समूह शामिल हैं। हाल ही में जिला प्रशासन ने स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को सोमभद्रा ब्रांड के नाम से बेचने का प्रयास शुरू किया है।
इस दौरान उपस्थित अधिकारियों ने महिलाओं को सरकार की विभिन्न स्कीमों बारे जानकारी दी। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष नीलम कुमारी व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।