चंबा, 5 जुलाई। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में स्थित ऐतिहासिक सूही माता मंदिर के पास डंपिंग साइड बना देने से इसका अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। स्थानीय लोगों के जबरदस्त विरोध के बाद भी प्रशासन के कान में जूं नहीं रेंग रही है।
जिले के लुड्डु उटीप मार्ग पर भलोठा गांव में स्थित ऐतिहासिक सूही माता समाधि स्थल के पास ठेकेदार अपनी मनमानी में उतर आए हैं। ठेकेदार समाधि स्थल के ठीक ऊपर के सीधे मार्ग पर मलबा फेंकते हैं। उन्होंने इस जगह को पूरी तरह से डंपिंग साइड बना दिया है। जहां मलबा फेंकता जाता है उसके ठीक नीचे सूही माता का समाधि स्थल है। जिससे समाधि स्थल का अस्तित्व खतरे में पड़ता जा रहा है। ग्रामीण यहां दिनदहाड़े मलबा फेंकने का पुरजोर विरोध करते हैं। परंतु ना तो ठेकेदारों और ना ही प्रशासन के कानों में जूं रेंग रही है।
स्थानीय निवासी राजेश भारद्वाज, धारों राम, अम्बिका प्रसाद, ललित, राजेश भारद्वाज, हितेश अत्री, प्रशांत अत्री, साहिल, मुकल, दीपक भारद्वाज, कमल कुमार, भूषण और जीवन ने कहा कि समाधि स्थल के आसपास कूड़ा फैंकने से इसका अस्तित्व खतरे में पड़ता जा रहा है। माता के दर्शनों के लिए यहां हजारों श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में कूड़े का बढ़ता ढेर कभी भी किसी बड़े हादसे को न्यौता दे सकता है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि समाधि स्थल के आसपास कूड़ा फैंकने पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए और मनमानी पर उतारू ठेकेदारों कड़ी कार्रवाई की जाए।
मालूम हो कि चंबा मुख्यालय में पानी की कमी के चलते राजघराने की राजमाता ने बलिदान देते हुए अपने आप को जीते जी यहां पर चिनवा दिया था। तब से लेकर आज तक इस पवित्र स्थल को धार्मिक दृष्टि से देखा जाता हैं और वहां पर हजारों श्रद्धालु माथा टेकने आते हैं। अप्रैल माह में बैशाखी के समय यहां पर मेले का आयोजन भी किया जाता हैं।
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