शिमला, 27 दिसंबर। मुख्यमंत्री सुखिवंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां आयोजित प्रेसवार्ता में हिमाचल प्रदेश अधिनस्थ कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में भर्ती परीक्षाओं को लेकर बरती जा रही अनियमितताओं और प्रश्न पत्र लीक मामले में बड़े खुलासे किए। उन्होंने कहा कि चयन आयोग में जिस प्रकार से भर्ती परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक मामले में आयोग की ही एक कर्मचारी को दबोचा गया है उससे यह स्पष्ट हो गया है कि पूर्व की जयराम सरकार के कार्यकाल के दौरान कितनी लापरवाही बरती गई थी।
उन्होंने कहा कि अब तक प्राप्त सूचनाओं के अनुसार चयन आयोग में आयोजित की जा चुकी अन्य भर्ती परीक्षाओं में भी बड़े पैमाने पर धांधली की शिकायतें मिली हैं। इस आधार पर सरकार ने एक एसआईटी का गठन करके मौजूदा पेपरलीक मामले के अलावा पूर्व की भर्तियों की भी जांच निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से करवाकर जनता के सामने लगाने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने तत्काल प्रभाव से एचपीएसएससी हमीरपुर के कार्य को सस्पेंड कर दिया है और आगामी साठ दिनों में बाकी जरूरी निर्णय लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आगामी भर्तियों व प्रस्तावित भर्तियों को लेकर सरकार जल्द एक निष्पक्ष और पारदर्शी व्यवस्था कायम करेगी। उन्होंने कहा कि आयोग में जिस प्रकार से एक कर्मचारी या अधिकारी की नियुक्ति से लेकर सेवानिवृत्त तक प्रमोशन व तैनाती होती रही है उससे यहां के कामकाज में पारदर्शिता संभव नहीं है। इस व्यवस्था को बदलने को लेकर भी जल्द फैसला लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि दिनांक 23.12.2022 को अभिलाष कुमार पुत्र मदन लाल, गांव एवं डाकघर टिहरा, तहसील सुजानपुर, जिला हमीरपुर ने पीसी एक्ट की धारा-7, 7 (ए) और भारतीय दंड संहिता की धारा 420/120बी के अंतर्गत् एक प्राथमिकी (एफआईआर) संख्या 4ध्22 दर्ज करवाई। इसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि संजय (संजीव कुमार) ने उन्हें आश्वस्त किया था कि वह ढ़ाई लाख रुपये में आगामी जे.ओ.ए. (आई.टी.) का प्रश्नपत्र उपलब्ध करवाएगा। शिकायतकर्ता ने बताया कि दलाल संजय (संजीव) ने उसे विश्वास में लेते हुए बताया कि उसने स्वयं भी 185 में से 170 अंक प्राप्त कर जे.ओ.ए. (आई.टी.)-2021 की परीक्षा उत्तीर्ण की है।
यह सूचना मिलने पर पुलिस दल ने हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की वरिष्ठ सहायक उमा आजाद (45) पत्नी नरेश कुमार निवासी गांव बड़ई, डाकघर करोट, तहसील सुजानपुर, जिला हमीरपुर जो वर्तमान में हाउस नंबर- ई-306, वार्ड नंबर-7, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, हमीरपुर में रह रही थीं, के घर पर छापामारी की जहां शिकायतकर्ता को प्रश्नपत्र सौंपने के लिए ले जाया गया था। छापामारी के दौरान वहां से प्रश्नपत्र बरामद किया गया और 6 आरोपियों को उनके घरों से गिरफ्तार किया गया। अन्य आरोपियों में उमा आजाद का पुत्र निखिल कुमार आजाद, दलाल संजीव कुमार उर्फ संजय पुत्र कशोरी लाल, निवासी गांव कंद्रोइया, पुलिस थाना नादौन, नीरज, पुत्र रमेश चंद निवासी गांव बागना, डाकघर बासाधार, तहसील ठियोग, जिला शिमला, अजय शर्मा और तनु शर्मा शामिल हैं।
सीएम ने बताया कि उमा आाजद के घर की तलाशी के दौरान 6.40 लाख रुपये नगद समेत आयोग की आगामी परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों के तीन सेट बरामद किए गए। इनमें जूनियर ऑडिटर (तिथि अभी घोषित नहीं), कंप्यूटर ऑपरेटर (01.01.2023 को प्रस्तावित) व जे.ओ.ए. (आई.टी.) 965 (25.12.2022 को निर्धारित) के प्रश्नपत्र शामिल हैं, जिन्हें सत्यापित किया गया और वे सही पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि सतर्कता ब्यूरो के मुख्यालय में हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षाओं से संबंधित और भी शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इनमें अन्य परीक्षाओं से संबंधित 4 शिकायतें शामिल हैं। इनमें दो शिकायतें पोस्ट कोड नंबर 915 में गड़बडि़यों से संबंधित हैं। वहीं एक जे.ओ.ए.(आई.टी.) पोस्ट कोड 817 से संबंधित है, जबकि चौथी शिकायत में सहायक अधीक्षक जेल परीक्षा, जेल वेलफेयर ऑफिसर, हॉस्टल वार्डन, सहायक खनन निरीक्षक, स्टोर कीपर, ट्रैफिक इन्सपेक्टर, जे.ई. सिविल और भाषा अध्यापक की परीक्षा से संबंधित है। इसी प्रकार पुलिस स्टेशन हमीरपुर में भी शिकायतें की गई हैं, जो आयोग में तैनात एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से संबंधित है और उस पर उम्मीदवारों से पैसा लेकर उन्हें पास करवाने का आरोप लगाया गया है। वहीं एक शिकायत में कहा गया है कि एक विशेष परीक्षा केंद्र से ही अधिक संख्या में उम्मीदवारों का चयन किया गया। सीएम ने कहा कि इन शिकायतों का सत्यापन किया जा रहा है। वहीं एक अन्य व्यक्ति ने भी जे.ओ.ए.(आई.टी.) पोस्ट कोड नंबर 962 से संबंधित लिखित शिकायत दी है।
ये होंगे एसआईटी में शामिल और ऐसे करेगी काम
हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग में भर्तियों से संबंधित गड़बडि़यों के बारे में जांच के लिए राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय द्वारा विशेष जांच दल (एस.आई.टी.) का गठन किया गया है। जी. शिवा कुमार, आईपीएस, उप पुलिस महानिरीक्षक, राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो इस विशेष जांच दल का नेतृत्व कर रहे हैं। अंजुम आरा, आईपीएस, पुलिस अधीक्षक, राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, एसआर, कैलाश शर्मा, पुलिस उपाधीक्षक, राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, एसआईओ दक्षिणी रेंज, राहुल नाथ, आईपीएस, पुलिस अधीक्षक, सीआर और अजय जरीन, पुलिस उपाधीक्षक कुल्लू, मध्य क्षेत्र में और बलबीर सिंह, पुलिस अधीक्षक, एनआर और अभिमन्यु वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंबा, उत्तरी क्षेत्र में इनकी सहायता करेंगे। उप पुलिस महानिरीक्षक अपने साथ राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की प्रत्येक जिला इकाई से एक निरीक्षक/उप-निरीक्षक की आवश्यकतानुसार सेवाएं ले सकते हैं। उप पुलिस महानिरीक्षक की सहायता के लिए हमीरपुर में चल रही जांच में सहयोग के लिए एक तकनीकी दल भी गठित किया गया है, जिसका नेतृत्व राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज शर्मा कर रहे हैं। उनकी सहायता के लिए राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भोपिंद्र बरागटा और उप पुलिस अधीक्षक कमल वर्मा मुख्यालय से कार्य करेंगे। यह दल एसआईटी के मुखिया उप पुलिस महानिरीक्षक के सीधे निर्देशाधीन कार्य करेगा।
प्रदेश सरकार ने उप पुलिस महानिरीक्षक को तत्काल प्रभाव से हमीरपुर के लिए रवाना होंगे और तथ्यों की जांच के उपरांत अपनी कार्य योजना तैयार करेंगे। विशेष जांच दल में शामिल राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के सभी अधिकारियों को अपने स्थानों पर तत्काल ड्यूटी पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं और उनके अवकाश 26.12.2022 की दोपहर को निरस्त समझे जाएंगे। 25.12.2022 को आयोजित परीक्षा से संबंधित सभी उम्मीदवारों का रिकॉर्ड ले लिया गया है और दलालों द्वारा उनसे संपर्क करने से संबंधित मामले की छानबीन की जा रही है।