शिमला, 25 मई। हिमाचल प्रदेश का भाषा एवं संस्कृति विभाग 26 से 28 मई तक गेयटी नाद उत्सव 2023 का आयोजन करेगा। उत्सव का आयोजन शिमला के गेयटी थियेटर के गौथिक हॉल में किया जाएगा। उत्सव का आयोजन चार सत्रों में किया जाएगा।
पहला सत्र शुक्रवार 26 मई को शाम 5.30 बजे आयोजित होगा, जिसमें रोमन दास द्वारा पखावज और निलोय अहसन द्वारा ध्रुपद गायन होगा। पहला सत्र संगीत उत्सव का आयोजन विशेष रूप से शिमलावासियों और पर्यटकों के लिए आयोजित किया जा रहा है।
दूसरा सत्र शनिवार 27 मई को सुबह 11.30 बजे आयोजित होगा, जिसमें पखावज/ध्रुपद पर प्रदर्शन कार्यशाला का आयोजन होगा। निलोय अहसन (ध्रुपद स्वर) और रोमन दास (पखावज) इस कार्यशाला में शामिल होंगे।
तीसरा सत्र शनिवार 27 मई को शाम 5.30 बजे आयोजित होगा, जिसमें हिन्दुस्तानी वाद्य, पंडित समीर राव का बांसुरी वादन और तबले पर आदर्श सोनॉय की शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति होगी।
चौथा और अंतिम सत्र रविवार 29 मई को सुबह 11.30 बजे आयोजित होगा, जिसमें तबला, वाद्ययंत्र और बांसुरी पर आधारित हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत की कार्यशाला का आयोजन होगा।
भाषा एवं संस्कृति विभाग के डॉ. पंकज ललित के अनुसार कार्यक्रम में प्रवेश निःशुल्क रखा गया है।