रिकांगपिओ में 77 करोड की विकास परियोजनाओं के शिलान्यास

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रिकांगपिओ/शिमला, 20 नवंबर। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज किन्नौर जिले के अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान रिकांगपिओ में 77 करोड़ रुपये लागत की 31 विकास परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण किए।
इसके उपरांत पांच दिवसीय जनजातीय नृत्य व क्राफ्ट मेला के शुभारंभ अवसर पर उपस्थित लोगों का संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार इस वर्ष को पूर्ण राज्यत्व के स्वर्णिम जयंती वर्ष के रूप में मना रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इस बड़े समारोह को आयोजित करने के लिए 30 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की है। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर लगाई गई प्रदर्शनी जनजातीय हथकरघा एवं हैंडलूम बुनकरों को अपने उत्पादों की बिक्री के लिए एक सशक्त मंच है। उन्होंने कहा कि किन्नौर जिला अपनी समृद्ध संस्कृति एवं परंपराओं के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि आज हमें प्रदेश की समृद्ध संस्कृति और परम्पराओं को सहेजने एवं संरक्षित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किन्नौर जिला बागवानी, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित विकास के विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने कोविड-19 टीकाकरण की पहली खुराक प्रदान करने में शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया है तथा किन्नौर जिला इसमें अग्रणी बनकर उभरा है और यह कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी खुराक प्रदान करने में शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने वाला देश का प्रथम जिला बना है।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय ठाकुर सेन नेगी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह न केवल एक महान प्रशासक और नेता थे, बल्कि जनजातियों संस्कृति के प्रमुख संवाहक भी थे। उन्होंने कहा कि यहां स्थापित संग्रहालय को और सुदृढ़ करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता श्याम सरण नेगी भी इसी क्षेत्र से संबंध रखते हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि ग्रामीण एवं पहाड़ी क्षेत्र से संबंध रखने के कारण वे इन क्षेत्रों की विकासात्मक आवश्यकताओं से भली-भांति परिचित हैं। उन्होंने प्रशासनिक कार्य प्रणाली को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जिला मुख्यालय में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी का एक पद सृजित करने की घोषणा की। उन्होंने शोब्रांग में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने और ग्राम पंचायत संगड़ाह में पशु औषधालय स्थापित करने की भी घोषणा की। इसके अतिरिक्त उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भावानगर का दर्जा बढ़ाकर इसे नागरिक अस्पताल करने और राजकीय उच्च पाठशाला पानवी का दर्जा बढ़ाकर इसे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पटवार वृत्त कनम को तहसील पूह से हटाकर तहसील मुरंग के अधीन लाया जाएगा।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय ठाकुर सेन नेगी संग्रहालय का लोकार्पण किया। उन्होंने दिवंगत नेता की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की। उन्होंने अग्निशमन के दो वाटर टेंडर वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
जय राम ठाकुर ने सांगला तहसील की ग्राम पंचायत सपनी में 1.43 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पेयजल आपूर्ति योजना सापनी के चरण 1 से 4 के संवर्धन कार्य का शुभारंभ, बटसेरी संपर्क सड़क पर बस्पा खड्ड पर 1.30 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 170 फीट लंबे बेलीपुल, शांगों गांव की संपर्क सड़क पर भाबा खड्ड पर 5.25 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 160 फीट लंबे बेली पुल, 3.18 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित टापरी (छोल्टू) पुनंग सड़क, 24 लाख रुपये की लागत से निर्मित उप-स्वास्थ्य केंद्र रूनाग, क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ में सामुदायिक सामाजिक जिम्मेवारी (सीएसआर) के अंतर्गत् 92 लाख रुपये की लागत से स्थापित 250 एलएमपी क्षमता के पीएसए ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट, ग्राम पंचायत रिस्पा में 63 लाख रुपये की लागत से निर्मित पेयजल योजना स्किबा, मुरंग तहसील की ग्राम पंचायत रारंग में रारंग, खादरा स्वादेन और शिलापुर गांव के लिए 68 लाख रुपये की लागत से निर्मित पेयजल आपूर्ति योजना का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने निचार तहसील की ग्राम पंचायत रमनी में 83 लाख रुपये की लागत से पेयजल आपूर्ति योजना सोलब्रे से फ्राचीतंग के री-मॉडलिंग कार्य, एकलव्य आदर्श आवासीय पाठशाला निचार के लिए 99 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली पेयजल आपूर्ति योजना, निचार एवं एकलव्य आदर्श पाठशाला निचार के लिए 11.46 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली मल निकासी योजना, निचार तहसील की छूटी हुई बस्ती मीरू के लिए 53 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली पेयजल आपूर्ति योजना, निचार तहसील की ग्राम पंचायत बाड़ी में पेयजल आपूर्ति योजना बाड़ी के 1.47 करोड़ रुपये की लागत से होने वाले री-मॉडलिंग कार्य, निचार तहसील की ग्राम पंचायत रूपी में 1.17 करोड़ रुपये की पेयजल आपूर्ति योजना रूपी, ग्राम पंचायत रूपी में 1.23 करोड़ रुपये की उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना गुरगुरी (मझगांव), ग्राम पंचायत मीरू में पेयजल आपूर्ति योजना चाओलिंग के 1.11 करोड़ रुपये के री-मॉडलिंग कार्य, निचार तहसील ग्राम पंचायत यांगपा में पेयजल आपूर्ति योजना भाबा घाटी के 2.38 करोड़ रुपये के री-मॉडलिंग कार्य, निचार तहसील की ग्राम पंचायत चगौन में पेयजल आपूर्ति योजना चगौन के 1.02 करोड़ रुपये के संवर्द्धन कार्य एवं एफएचटीसी के शेष घरों को पेयजल कनेक्शन प्रदान करने, कल्पा तहसील की ग्राम पंचायत खवांगी में खवांगी, उद्योग केंद्र से नीचे की ओर स्थित बस्ती और शारबो के लिए 1.68 करोड़ रुपये की पेयजल आपूर्ति योजना, कल्पा तहसील की ग्राम पंचायत कोठी में छूटी हुई बस्ती कोठी और चुंगलिंग के लिए 1.37 करोड़ रुपये की पाइप पेयजल आपूर्ति योजना, ग्राम पंचायत किलबा में किलबा और लिंगे गांव के लिए 86 लाख रुपये की पेयजल आपूर्ति योजना और सांगला तहसील की ग्राम पंचायत युला में 86 लाख रुपये की प्रवाह सिंचाई योजना रिसूरो से कुनिंदे का शिलान्यास किया।
जय राम ठाकुर ने रिकांगपिओ में 2 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले सतर्कता पुलिस थाना, रिकांगपिओ में 1.47 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले राजस्व सदन, रिकांगपिओ में 1.88 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले ई.वी.एम. भंडारण गृह, भाबानगर में 7.22 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले स्टेडियम, पूह तहसील की ग्राम पंचायत रोपा में प्रवाह सिंचाई योजना रकेन के 74 लाख रुपये के री-मॉडलिंग कार्य, पूह तहसील में 94 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले अकपा उप-मंडल के सहायक अभियन्ता कार्यालय एवं आवास, मुरंग तहसील की ग्राम पंचायत चारंग में 86 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली प्रवाह सिंचाई योजना निचला बेबग्या, रिकांगपिओ में 6.85 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले सीए स्टोर तथा ग्याबोंग में 14.51 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले पैकिंग एवं ग्रेडिंग गृह की भी आधारशिला रखी।
इसके उपरांत, मुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय अस्पताल, रिकांगपिओ में दो पीएसए 250 एलपीएम ऑक्सीजन संयंत्रों का लोकार्पण किया।
राज्य वन निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए इस जनजातीय जिले में करोड़ों रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने क्षेत्र की विकासात्मक आवश्यकताओं के प्रति हमेशा संवेदनशील रहने के लिए भी मुख्यमंत्री का धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने क्षेत्र की विभिन्न विकासात्मक मांगों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।
प्रधान सचिव राजस्व और जनजातीय विकास ओंकार शर्मा ने कहा कि यह मेला संयोग से आजादी के 75 वर्ष के अमृत महोत्सव के दौरान आयोजित किया जा रहा है और भारत सरकार का जनजातीय कार्य मंत्रालय जनजातीय क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति को संरक्षित करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिला किन्नौर अपनी समृद्ध संस्कृति के लिए जाना जाता है। राज्य सरकार जनजातीय क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और क्षेत्र के विकास के लिए कई योजनाएं आरम्भ की हैं।
उपायुक्त-एवं-अध्यक्ष मेला समिति आबिद हुसैन सादिक ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस जनजातीय मेले के आयोजन का मुख्य उद्देेश्य जनजातीय क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करना है।
इस अवसर पर पूर्व विधायक तेजवंत नेगी, अध्यक्ष जिला परिषद नहाल चारस, एचपीएमसी के प्रबंध निदेशक राजेश्वर गोयल और किन्नौर जिले के पुलिस अधीक्षक अशोक रतन सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

नीलामी 25 को

 

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