रिकांगपिओ, 14 अगस्त। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भूस्खलन के चौथे दिन शनिवार को बचाव दल ने छह लाशों को निकाला। जिसके बाद हादसे में मरनेवालों की संख्या बढकर 23 हो गई है। इसके बाद प्रशासन ने हादसे के बाद लापता पांच लोगों की सूची जारी की है। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को फौरी राहत के रूप में 20-20 हजार रुपये की राशि दी है। प्रशासन अंतिम लापता यात्री के मिलने तक बचाव अभियान चलाता रहेगा। बचाव दल ने कल तीन लाशें बरामद की थी।
निगुलसरी के पास नेशनल हाइवे-5 पर पहाड़ टूटने के हादसे के बाद से लगातार बचाव दल बस यात्रियों की तलाश में जुटा हुआ है। बचाव दलों को आज सुबह दो और लाशें मिली। बचाव अभियान के दौरान बार-बार पत्थर गिरने से बाधा उत्पन्न हुई। इसके बावजूद भी बचाव दलों ने शाम पांच बजे तक चार और लाशों को ढूंढ़ कर निकाला। प्रशासन ने सभी शवों की पहचान करवाकर उन्हें परिजनों को सौंप दिए हैं। इस बीच, किन्नौर जिले के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि जब तक लापता व्यक्तियों की तलाश पूरी नहीं हो जाती, बचाव अभियान जारी रहेगा।
शनिवार को नेपाल के तीन निवासियों की लाशें मिली। इनमें खेमलाल गुरंग, गांव सलयान निवासी गगत ओली और रूकाम जिले के गांव कोटनगर निवासी बिराज नाथ भी शामिल हैं। इसके अलावा गांव एवं डाकघर उरनी निवासी प्रभु लाल, तहसील निचार के गांव एवं डाकघर रामनी निवासी अरुण कुमार की पत्नी गुलांछी और तहसील पूह के गांव व डाकघर ज्ञाबूंग निवासी किन्नौर के रहने वाले थे।
लापता
ऊना जिले के गांव एवं डाकघर देहलान निवासी बलराम कुमार
किन्नौर जिले की तहसील निचार के गांव ननसपों निवासी सूर्यावंश
तहसील निरमंड के गांव टिकरी डाकघर खरगा निवासी मेहर चंद
तहसील निचार के गांव बरी निवासी उमेश की पत्नी ज्वाला देवी
तहसील निचार के गांव सुगरा निवासी रमेश चंद की पत्नी संतोष कुमारी