धर्मशाला, 15 जून। हिमाचल प्रदेश उद्योग विभाग ने आज धर्मशाला में सचिव, उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) भारत सरकार अनुराग जैन के साथ राज्य के स्टार्टअप इन्क्यूबेटरों के लिए संवाद कार्यक्रम आयोजित किया। अनुराग जैन ने राज्य में स्टार्टअप्स की एक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया, जिसमें 24 स्टार्टअप्स ने आईटी, स्वास्थ्य, खाद्य प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी, पर्यटन, पर्यावरण विज्ञान और प्रौद्योगिकी, आदि क्षेत्रों से संबंधित अपने नए विचारों/उत्पादों/सेवाओं का प्रदर्शन किया गया। सचिव, डीपीआईआईटी ने राज्य सरकार के निदेशक उद्योग राकेश कुमार प्रजापति के साथ राज्य इनक्यूबेशन केंद्रों के आठ नोडल अधिकारियों के एक समूह के साथ बातचीत की, जिसमें निफ्ट के निदेशक आकाश देवांगन ने भी हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में निदेशक उद्योग ने मुख्यमंत्री स्टार्टअप, नवाचार परियोजनाओं, नई उद्योग योजना के कार्यान्वयन में हुई प्रगति और चुनौतियों के संबंध में जानकारी प्रदान की। उन्होंने राज्य के स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के लिए उठाए गए कदमों, स्टार्टअप नीति पर हुई प्रगति, और पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए बनाए गए रोड मैप को साझा किया। उन्होंने भारत सरकार से राज्य में स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने का आग्रह किया, जिस पर सचिव, डीपीआईआईटी ने आश्वासन दिया कि राज्य को स्टार्टअप नीति के कार्यान्वयन में हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।
अनुराग जैन ने स्टार्टअप्स के प्रेरकों के साथ बातचीत की। उन्होंने उनकी स्टार्टअप यात्रा पर उनके विचारों जाना तथा स्टार्टअप इकोसिस्टम के निर्माण में उद्योग विभाग द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने स्टार्टअप्स को अपने स्टार्टअप विचारों के व्यावसायीकरण की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।