पालमपुर, 7 मई। हिमाचल प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार चौधरी ने आज कहा कि शहीद अरविंद के नाम पर मरहूँ स्कूल का नामांकरण होगा। नायक अरविंद कुमार कुमार जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के कंडी इलाके में आतंकियों से हुई मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे। शहीद अरविंद का आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार पैतृक बालकोट शमशान घाट में किया गया।
कांगड़ा जिले के सुलह के सूरी (मरहूँ) इलाके के निवासी शहीद अरविंद कुमार की पार्थिव देह आज उनके पैतृक गांव लायी गई। मुख्यमंत्री की ओर से कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार चौधरी ने शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए। मुख्य संसदीय सचिव शहरी विकास एवं शिक्षा आशीष बुटेल, सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार, हिमाचल प्रदेश कृषि विकास बैंक के अध्यक्ष संजय चौहान, पूर्व विधायक जगजीवन पॉल, उपायुक्त डॉ निपुण जिंदल, एसपी शालिनी अग्निहोत्री, सलीम आजम ने श्रद्धांजलि अर्पित की। सेना की ओर से डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर एम एस बैंस, कर्नल एमएस रावत कर्नल आशुतोष कर्नल शैलभ सहित सैन्य अधिकारियों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार चौधरी, सीपीएम आशीष बुटेल हिमाचल प्रदेश कृषि विकास बैंक के अध्यक्ष संजय चौहान ने शहीद अरविंद कुमार के घर में उसके परिजनों से भेंट कर घटना पर गहरा दुख जताया और शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।
कृषि मंत्री ने कहा कि दुख की इस घड़ी में प्रदेश सरकार परिवार के साथ है। उन्होंने सरकार की और से हरसंभव सहयोग की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शहीद की धर्मपत्नी को सरकारी क्षेत्र में नौकरी देने का आश्वासन दिया और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मरहूँ का नामांकरण बलिदानी अरविंद के नाम पर करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से राहत के रूप में 5 लाख परिवार को एसडीएम के माध्यम से उपलब्ध करवा दिया गया है।
उन्होंने राजौरी में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए सेना के सभी जवानों के बलिदान पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि देश उनके सर्वोच्च बलिदान को हमेशा याद रखेगा।
शहीद की अर्थी को दुल्हन का लिबास पहन पत्नी ने दिया कंधा, हर आंख थी नम