भावानगर, 19 अगस्त। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय किन्नौर जिले में पहाड़ टूटने के हादसे के नौवें दिन कोई भी लाश बरामद नहीं हुई। जिसके बाद प्रशासन ने बचाव अभियान को बंद कर दिया है। बचाव अभियान आज दोपहर बाद तक ही चलाया गया। बचाव दल प्रशासन की ओर से जारी लापता लोगों की सूची के अनुसार मलबे में दबे सभी 28 लोगों की लाशों निकाल चुका हैं। इस बीच, प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर आगामी आदेश तक रात 9 से सुबह 6 बजे तक हाइवे पर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है।
डीएसपी भावानगर राजू की अध्यक्षता में आज नेशनल हाइवे-5 पर निगुलसरी के पास हुए हादसे वाली जगह पर बचाव अभियान चलाया गया। उन्होंने बताया कि नेशनल हाइवे-5 पर वाहनों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। जिस स्थान पर चट्टानों के गिरने का खतरा है, वहां पुलिस और होमगार्ड के आठ जवान तैनात किए गए हैं, जो ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखेंगे।
हिमाचल प्रदेश: किन्नौर के निगुलसरी में आज आखिरी दिन रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
क्विक रिस्पांस टीम के सदस्य उपदेश कुमार ने बताया, "हमें 9 दिनों में काफी कठिनाइयों को सामना करना पड़ा क्योंकि पहले ही दिन से चट्टानें खिसक रही थीं। हमारी जान लगातार जोखिम से भरी हुई थी।" pic.twitter.com/7afm0DoTJq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 19, 2021
एसडीएम मनमोहन सिंह ने बताया कि अभी भू-वैज्ञानियों की कोई रिपोर्ट प्रशासन को नहीं मिली है। 15 अगस्त को घटनास्थल का निरीक्षण और अध्ययन करने के लिए केंद्र सरकार के भू-अनुसंधान केंद्र, रोड एंड ट्रांसपोर्ट, हाइवे, डीआरडीओ, माइनिंग, आरओ की टीम पहुंची थी। प्रशासन रिपोर्ट आने के बाद आगामी निर्णय लेगा।