शिमला, 30 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने आज यहां बताया कि केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा के सामग्री घटक व प्रशासनिक व्यय के अंतर्गत् प्रदेश को वर्ष 2022-23 के लिए 316.80 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है।
उन्होंने इसके लिए केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह राशि प्राप्त होने से मनरेगा के कार्यों में गति आएगी और लंबित देनदारियों का निपटारा भी किया जा सकेगा।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश में मनरेगा के अंतर्गत् बेहतर कार्य किया जा रहा है और ग्रामीण विकास तथा आर्थिकी के उत्थान में यह उपयोगी सिद्ध हो रही है। उन्होंने कहा कि विशेष तौर पर कोरोना काल में मनरेगा ग्रामीण आर्थिकी के लिए संबल बनी है और इसके माध्यम से हजारों लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2020-21 में मनरेगा के अंतर्गत् 330 लाख कार्य दिवसों के विरूद्ध 336.10 लाख कार्य दिवस अर्जित किए गए तथा 988.95 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की गई। इसी प्रकार वर्ष 2021-22 में 343 लाख लक्षित कार्य दिवसों के विपरीत 370.87 लाख कार्य दिवस अर्जित किए गए तथा 1091.31 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की गई।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने कहा कि वर्ष 2020-21 में मनरेगा के अंतर्गत् 6.36 लाख परिवारों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया। वर्ष 2021-22 में 7.07 लाख परिवारों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया। उन्होंने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत् वर्ष 2020-21 में 75 हजार 814 कार्य पूर्ण किए गए तथा वर्ष 2021-22 में 80 हजार 957 कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं।