शिमला, 3 मार्च। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज शिमला में जल शक्ति मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने राज्य में जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के कार्यान्वयन की जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 17.28 लाख कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी) हैं और वर्ष 2022 के दौरान 1.25 लाख एफएचटीसी प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जनजातीय जिलों किन्नौर और लाहौल-स्पीति के सभी घरों में नल के माध्यम से पानी का कनेक्शन प्रदान किया जा चुका है और इस मिशन के तहत ऊना एक आकांक्षी जिला है। उन्होंने कहा कि 24 खंडों, 2284 ग्राम पंचायतों और 14,525 गांवों को अब हर घर जल से जोड़ा जा चुका है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि भारत सरकार द्वारा किए गए कार्यात्मकता आकलन के अनुसार हिमाचल प्रदेश समग्र कार्यक्षमता में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य है और एफएचटीसी कवरेज में शीर्ष 10 राज्यों में शामिल है।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को सभी घरों में नल से पानी का कनेक्शन निर्धारित समय के भीतर उपलब्ध करवाने का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए हरसंभव प्रयास करने को कहा। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन में ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन पर विशेष बल दिया गया है और इस दिशा में मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने भी विभाग की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी प्रदान की। ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर, उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह, सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप, मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुभासीष पन्डा, निदेशक ग्रामीण विकास ऋग्वेद ठाकुर, निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति और प्रमुख अभियन्ता जल शक्ति ईं. संजीव कौल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।