मंडी/शिमला, 3 जनवरी। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज वल्लभ राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मंडी में पड्डल मैदान में आयोजित महिला वर्ग की चार दिवसीय नार्थ जोन इंटर यूनिवर्सिटी कबड्डी चौम्पियनशिप का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने खिलाडि़यों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रतियोगिता के आयोजन से विभिन्न राज्यों के कबड्डी खिलाडि़यों के लिए एक मंच उपलब्ध हुआ है और यहां उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाडि़यों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भाग लेने का अवसर मिल सकेगा।
उन्होंने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने, प्रतिभाशाली युवाओं को प्रोत्साहित करने और खेलों का संरचनात्मक ढांचा विकसित करने के लिए राज्य में नई खेल नीति लागू की जा रही है, जिससे खिलाडि़यों को व्यापक स्तर पर लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में खेल प्रतिभाओं को तराशने के साथ ही ग्रामीण स्तर पर खेलों को बढ़ावा देने और महिलाओं को खेल क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के लिए प्रयासरत है, जिससे खेल गतिविधियों के प्रति युवाओं का रूझान बढ़ा है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि गत चार वर्षों में मुख्यमंत्री युवा खेल प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत् 1032.91 लाख रुपये की राशि व्यय करके प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 15 लाख रुपये की लागत से एक-एक खेल मैदान का निर्माण किया गया। प्रदेश सरकार द्वारा उत्कृष्ट खिलाडि़यों को विभिन्न विभागों में रोजगार प्रदान करने के लिए 3 प्रतिशत खेल कोटा निर्धारित किया गया है, जिसके तहत 220 उत्कृष्ट खिलाडि़यों को विभिन्न विभागों, निगम और बोर्डों में रोजगार प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि इस अवधि में राज्य में विभिन्न खेल गतिविधियों के आयोजन पर 7.39 करोड़ रुपये व्यय किए गए। राज्य में आधुनिक खेल संरचना विकसित करने पर 76.81 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की गई तथा राज्य में सृजित आधारभूत खेल ढांचे के मुरम्मत कार्यों और अतिरिक्त सुविधा जुटाने पर 4.59 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की गई।
उन्होंने विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करके प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाले राज्य के खिलाडि़यों की प्रशंसा की तथा उनके प्रदर्शन को युवाओं के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे खेल क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाकर बेहतर भविष्य का निर्माण, सर्वांगीण विकास तथा अपनी ऊर्जा का सकारात्मक दिशा में उपयोग करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कॉलेजों की संख्या 150 से अधिक होने के कारण मंडी जिले में प्रदेश का दूसरा विश्वविद्यालय स्थापित कर छात्रों को उच्चतर शिक्षा की एक अन्य बेहतर और सुगम सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मंडी महाविद्यालय में 27 करोड़ रुपये की लागत से प्रशासनिक तथा शैक्षणिक भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
इस अवसर पर उन्होंने नॉर्थ जोन इंटर यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता की प्रतिभागियों से परिचय प्राप्त किया तथा उन्हें उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शुभकामना दी।
कार्यक्रम में कॉलेज के प्रधानाचार्य वाई.पी. शर्मा ने मुख्य अतिथि तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम के संयोजक डॉ. सुनील सेन ने प्रतियोगिता बारे विस्तृत जानकारी दी।
3 से 6 जनवरी तक आयोजित की जा रही इस प्रतियोगिता में देश के 32 विश्वविद्यालयों की लगभग 400 खिलाड़ी छात्राएं भाग ले रही हैं।
कार्यक्रम में विधायक अनिल शर्मा, राकेश जम्वाल, इंद्र सिंह गांधी व जवाहर ठाकुर, राज्य रेडक्रास सोसायटी अस्पताल अनुभाग की उपाध्यक्ष डॉ. साधना ठाकुर, उपायुक्त अरिंदम चौधरी, पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री, नगर निगम मंडी की महापौर दीपाली जसवाल, उप महापौर व निगम के पार्षद, क्लस्टर यूनिवर्सिटी के कुलपति सी.एल. चंदन, भाजपा के जिला और मंडल के पदाधिकारी, एसडीएम सदर रीतिका जिंदल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।