- उत्पादों की अच्छी बिक्री के लिए स्वयं सहायता समूहों की बनी रणनीति
- दिल्ली से आए रिसोर्स पर्सन अनिल शर्मा ने दिए मार्केटिंग के बेहतरीन टिप्स
शिमला, 24 अगस्त। जाइका वानिकी परियोजना के अंतर्गत् प्रदेश के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों को उनके उत्पादों की अच्छी बिक्री के लिए आज यहां रणनीति बनाई गई। यहां आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान स्वयं सहायता समूहों और ग्राम वन विकास समितियों के प्रधान और सचिवों को उत्पादों की मार्केटिंग के बारे में जागरुक करवाया गया।
परियोजना के मुख्य परियोजना निदेशक समीर रस्तोगी ने यहां पहुंचे सभी प्रतिनिधियों को आजीविका में और अधिक सुधार करने के बारे में बहुमूल्य सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह के प्रतिनिधि ही वानिकी परियोजना का अपना ब्रांड हिम ट्रेडिशन के ब्रांड एंबेसडर हैं। उन्होंने उत्पादों की बेहतरीन मार्केटिंग के लिए 5 पी यानी प्रोडक्ट, प्राइज, प्रोमोशन, पोजिशनिंग और पैकेजिंग का पाठ पढ़ाया। समीर रस्तोगी ने कहा कि परियोजना से जुड़े सभी स्वयं सहायता समूह तरह-तरह के प्राकृतिक उत्पाद तैयार कर ओपन मार्केट को टक्कर दे रहे हैं। जिसके आने वाले समय में अच्छे परिणाम सामने आएंगे।
आईआईईएसटी एंड एफ दिल्ली के डायरेक्टर रिलेशन अनिल शर्मा ने कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की। उन्होंने यहां उपस्थित प्रतिनिधियों को उत्पादों की अच्छी कमाई और बेहतरीन मार्केटिंग के टिप्स दिए। उन्होंने फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया, वेबसाइट और ब्रांडिंग की अहमियत के बारे में अवगत करवाया। इस अवसर पर परियोजना के जैव विविधता विशेषज्ञ डा. एसके काप्टा, कार्यक्रम प्रबंधक विनोद शर्मा और विषय वस्तु विशेषज्ञ रीना शर्मा ने भी प्रतिनिधियों को संबोधित किया।