बिलासपुर, 2 अक्टूबर। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के गंढ़ीर से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां कोई मां अपने नवजात बच्चे को झाडि़यों में फेंक कर चली गई। किसी स्थानीय व्यक्ति ने खेत में जाते समय झाडि़यों में पड़े इस नवजात शिशु (लड़का) को देख लिया और समय रहते इसे अस्पताल पहुंचाया। हालांकि बाद में डॉक्टरों के काफी प्रयासों के बावजूद बच्चे को नहीं बचाया जा सका।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जैसे ही ग्रामीणों को नवजात बच्चे के झाडि़यों में पड़े होने की खबर मिली उन्होंने तुरंत इसकी सूचना 108 नंबर एंबुलेंस सेवा और स्थानीय पुलिस को दी। ग्रामीण एंबुलेंस के जरिए बच्चे को क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर लाए, जहां उसे एसएनसीयू (स्पेशल न्यू बोर्न केअर यूनिट) में एडमिट कर दिया गया।
डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि नवजात का जन्म प्री मेच्युर हुआ है और उसका वजन महज एक किलो 200 ग्राम है। इसके चलते उसकी हालत नाजुक बनी हुई और चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर सतीश शर्मा की टीम उसका इलाज करने में जुट गई, मगर कुछ देर बाद बच्चे नहीं दम तोड़ दिया।
गंढ़ीर से वार्ड सदस्य पंकज बंगा ने बताया कि आज सुबह यह नवजात शिशु झाडि़यों में पड़ा हुआ मिला था। इसे उपचार के लिए बिलासपुर जिला अस्पताल लाया गया था। इसके मां-बाप का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। मगर यह बच्चा ठीक हो जाता तो उसे गोद लेने के लिए कई परिवार आगे आ रहे थे, मगर उसे बचाया नही जा सका।
वहीं, डीएसपी घुमारवीं अनिल कुमार ने कहा कि पूरे मामले को लेकर तलाई थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर नवजात शिशु को झाडि़यों में किसने फेंका। पता लगने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं चर्चा यह भी है कि यह बच्चा किसी बिनव्याही मां का भी हो सकता है। फिलहाल इसको लेकर कयासों का दौर जारी है और असल में मामला क्या है इस पर से पर्दा पुलिस ही उठा सकती है।