शिमला, 1 अगस्त। हिमाचल प्रदेश में कई जगह बादल फटने से भारी तबाही मच गई है। जगह-जगह पर तबाही का मंजर नजर आ रहा है। कई मकान ढह गए, एक जगह बांध टूट गया। कल रात से जारी इस तबाही में पांच लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग लापता हो गए। कई वाहन मलबे में दबे पड़े हैं। कई जगह पशुधन का भी नुकसान हुआ है। बादल फटने की घटनाएं कुल्लू, मंडी, शिमला, लाहौल-स्पीति और चंबा जिले में हुई हैं। राज्य सरकार इस आपदा से निपटने के लिए युद्धस्तर पर जुटी हुई है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज आपदा प्रभावित इलाकों का हेलीकॉप्टर से दौरा करना था, परंतु मौसम खराब होने की वजह से ये दौरा अब कल होगा। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। वहीं, कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री सुक्खू से बात की और इस आपदा को हृदय विदारक बताते हुए मृतकों के परिजनों और पीड़ितों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं प्रकट की हैं। इधर, आपदा प्रभावित इलाकों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी है।
हिमाचल प्रदेश में कल से जारी भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने कई क्षेत्रों मे ंभारी तबाही मचा रखी है। शिमला की रामपुर तहसील, मंडी जिले की पधर तहसील, कुल्लू के गांव जाओन, निरमंड और लाहौल-स्पीति व चंबा में बादल फटने से 50 से अधिक लोग अभी लापता बताए जा रहे हैं। बादल फटने से इन क्षेत्रों मे भारी तबाही हुई है। कई मकान, स्कूल और अस्पताल भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। अब तक पांच लाशें बरामद हुई हैं। इनमें से तीन मंडी व दो बागीपुल क्षेत्र से बरामद हुई हैं। बादल फटने से करीब चार पुल व 15 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। मंडी जिले में 35 लोग सुरक्षित बचाए गए हैं। बादल फटने की घटना के बाद मंडी के पधर के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान आज बंद कर दिए गए हैं। डीसी ने आदेश जारी किए हैं। कुल्लू में भी सभी शिक्षण संस्थान 2 अगस्त के लिए बंद कर दिए गए हैं।
चौहार घाटी के दुर्गम गांव राजवन में बुधवार देररात 12 बजे बादल फटा, जिसके बाद तबाही मच गई। पानी व मलबे की चपेट में आकर तीन घर बह गए और 12 लोग लापता हो गए। बाद में दो घायल अवस्था में मिले और तीन की लाशें बरामद हुईं। यहां अभी भी सात लोग लापता हैं। डीसी अपूर्व देवगन और राहत व बचाव टीमें पैदल ही प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना की गईं। स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंच कर राहत कार्यों में जुटा है। सड़कें और रास्ते टूटने के कारण घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कतें आ रही है।
एनडीआरएफ की लगभग 14 टीमें तैनात
उधर, एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन शाहिदी ने बताया कि एनडीआरएफ की लगभग 14 टीमें हिमाचल में तैनात हैं। आज सुबह ही हमारी दो टीमें मंडी के लिए तैनात की गई है। रामपुर में भी बादल फटा है, वहां छह लोगों को बचाया गया है। तीन लोगों की मृत्यु हुई है और 52 लोग लापता हैं।
अभी तक 33 लोग लापता
वहीं, शिमला-कुल्लू सीमा पर बादल फटा है, जिससे कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई लोगों के लापता होने की खबर है। राहत एवं बचाव कार्य चलाया गया है। मौके के लिए एसडीआरएफ की टीम रवाना हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, निरमंड ब्लॉक के झाकड़ी में समेज खड्ड में हाइड्रो प्रोजेक्ट के नजदीक आज सुबह तड़के बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। यहां अभी तक 33 लोग लापता हैं। इसमें 14 स्थानीय, आठ आसपास के क्षेत्र के, सात हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट समेज के कर्मी और चार मजदूर शामिल हैं। अभी तक दो लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने कहा कि राहत कार्य तुरंत आरंभ कर दिया है। लापताओं में शिमला जिले के लोगों की संख्या अधिक है। सड़क कई जगह बंद होने के कारण टीम दो किलोमीटर पैदल ही घ्स्थल पर पहुंचने के लिए प्रयास कर रही है। उपायुक्त ने बताया कि चक्कीमोड़ के पास मलबा आने से एनएच बाधित हो गया था। अब जेसीबी की मदद से हटाया जा रहा है।
मलाणा-एक डैम टूटा
कुल्लू जिले के मलाणा नाले में भारी बारिश के दौरान बादल फटने से मलाणा वन और मलाणा टू पावर प्रोजेक्ट को भारी क्षति पहुंची है। आज सुबह करीब 6 बजे मलाणा-1 पावर प्रोजेक्ट का डैम टूटने के बाद मलाणा नदी में तबाही का मंजर देखने को मिला। लोग वहां से जान बचाकर भागे। मलाणा, पौहल का संपर्क अन्य भागों से कट गया है। सड़क, बिजली आदि ठप होने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बचाव टीम भी मौके पर पहुंची हुई है। भारी बारिश के बाद पार्वती नदी का भी जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बढ़ गया है। जिया, भुंतर सहित नदी तट पर लगते तमाम क्षेत्रों से लोगों को अपने घर खाली कर सुरक्षित जगह जाने की अपील की गई है। इसके साथ-साथ ही व्यास और तीर्थन नदियों में भी जलस्तर बढ़ा हुआ है। सभी से नदी नालों से सुरक्षित स्थानों पर रहने के लिए अपील की गई है।
श्रीखंड क्षेत्र के नैन सरोहबर और भमडवारी नाले में बादल फटने से बागीपुल, केदस, समेज आदि क्षेत्रों में तबाही का तांडव हुआ है। बागीपुल में 8-10 मकान बह गए हैं। इसमें पटवार खाना, होटल, दुकानें भी शामिल हैं। बागीपुल में सात से 10 लोगों के लापता होने की सूचना है। इसमें एक ही परिवार के सात लोग लापता बताए जा रहे हैं। तहसीलदार मौके पर हैं। कोयल खड्ड तक सर्च अभियान शुरू किया जा रहा है। निरमंड में कई पुल बह गए हैं, अधिकतर सड़कें बंद हैं। बागीपुल में बस स्टैंड का नामोनिशान मिट गया है। 15 गाड़ियां पानी में बह गई हैं। तहसीलदार जय गोपाल शर्मा ने बताया कि अब तक दो लाशें बरामद हुई हैं। कोयल खड्ड में एक महिला की क्षत-विक्षत लाश मिली है। कुरपुण के साथ लड़के की लाश मिली है।
20 गाड़ियां मलबे में दबीं
चंबा जिले की राजनगर पंचायत के रूपणी नाले में देर रात 1 बजे बादल फटने से भारी तबाही मच गई। बादल फटने के बाद टनों के हिसाब से आए मलबे के नीचे 20 गाड़ियां दब गईं। लिंक मार्ग रूपणी भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। सूचना मिलने के बाद आज सुबह उपमंडलाधिकारी चंबा अरूण शर्मा अपनी टीम के साथ प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे। एसडीएम चंबा ने प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करने के बाद प्रभावितों को सहायता देने का आश्वसान दिया। बादल फटने से क्षेत्र में किसी प्रकार का जानी नुकसान नहीं है।
नौ लोगों को सुरक्षित बचाया
कुल्लू में भारी बारिश के बाद ब्यास नदी में बढ़े जलस्तर के चलते छरूडू में फंसे नौ लोगों को दमकल की टीम ने रस्सी के सहारे सुरक्षित निकाल लिया है। यह सभी ट्रक यूनियन के पास छरूडू में रुके हुए थे। इस बीच ब्यास का पानी बढ़ने से यह अचानक फंस गए। आज सुबह करीब 6.30 बजे सूचना मिलने के बाद दमकल केंद्र कुल्लू से ड्यूटी क्रू वाहन सहित घटनास्थल को रवाना हुई। रस्से की सहायता से सभी नौ लोगों को सुरक्षित निकाला गया। दमकल विभाग के सब फायर ऑफिसर प्रेम भारद्वाज ने कहा कि सभी लोग सुरक्षित हैं। वहीं आलूग्राउंड में भी दो लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
कुल्लू-मनाली नेशनल हाइवे बंद
ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से मनाली-कुल्लू नेशनल हाइवे बंद हो गया है। हाइवे बंद होने से लोगों को लेफ्ट बैंक मार्ग से सफर करना पड़ रहा है। बिंदु ढांक में सड़क बह गई। वहीं, रायसन में शिरढ़ रिजॉर्ट के पास भी सड़क को नुकसान हुआ है। इसके अलावा पलचान के समीप भी सड़क बह गई है। नेहरूकुंड पुल को खतरा पैदा हो गया है।
ब्यास का जलस्तर बढ़ा
पंडोह डैम से पानी छोड़ने के बाद ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है। पंडोह डैम से 82 हजार क्यूसिक प्रति सेकेंड पानी छोड़ा गया। पहले डैम से 1 लाख क्यूसिक प्रति सेकेंड पानी छोड़ा जा रहा था। इससे नदी का पानी पंचवक्त्र महादेव मंदिर तक पहुंच गया। ब्यास नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाया। नदी किनारे रह रहे लोगों को अलर्ट रहने को कहा गया है। हालांकि कुछ समय पर बाद नदी का जलस्तर घट गया, इससे लोगों ने राहत की सांस ली।
बादल फटा, जाहलमा नाले में बाढ़
लाहौल के जाहलमा नाला में अल सुबह करीब 4.34 बजे बादल फटने से बाढ़ आ गई, जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई। लिंडूर गांव में ग्रामीण अपने घरों से बाहर भाग गए हैं। इस नाले में रात से लगातार बाढ़ का आना जारी है। इससे जहां लिंडूर, गोहरमा, रापड़िग, फूड़ा, जाहलमा और हालिंग गांव के सिंचाई की मुख्य कुहल सहित सिंचाई के लिए नाले में लगाए सभी पाइप बाढ़ की भेंट चढ़ गए। जाहलमा नाले की बाढ़ से चंद्रभागा नदी में गाद भर जाने से वामतट पर बसे जोबरंग पंचायत के गांव जोबरंग, रापे और राशेल के ग्रामीणों की भी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जाहलमा नाले के बाढ़ से चंद्रभागा नदी में गाद भर जाने से पानी जोबरंग पुल के ऊपर से बहने लगा। इससे जोबरंग पंचायत के लोगों की आवाजाही कुछ घंटे के लिए बंद रही। लाहौल-स्पीति जिले की विधायक अनुराधा राणा ने भी जोबरंग पुल और जाहलमा नाले का मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। लाहौल-स्पीति पुलिस कप्तान मयंक चौधरी ने लोगों से अपील की है कि फिलहाल नदी-नालों के आसपास न जाएं। उच्च पर्वतीय क्षेत्र में बादल फटने से पिन पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ा है और एक बस बह गई है।
ट्रक गहरी खाई में गिरा
लंबागांव खंड की मुंगल पंचायत के रोपा गांव के पास सड़क धंसने से ऊना से बैजनाथ गैस सिलेंडर लेकर जा रहा ट्रक करीब 150 फुट गहरी खाई में जा गिरा। हादसे में चालक घायल हो गया। वहीं, उपमंडल बंगाणा क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों में कल देर रात को अंधड़ और भारी बारिश होने से जहां पर प्रचंड गर्मी से राहत मिली है, वहीं अंधड़ से मक्की की फसल को कुछ स्थानों पर नुकसान भी पहुंचा है। कुछ स्थानों पर मक्की की फसल खेतों में बिछ चुकी है। इससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया।
समेज से लापता (प्रवासी श्रमिकों) की सूची
1. ममता पत्नी राज कुमार पांडे निवासी झारखंड
2. मुस्कान पुत्री राज कुमार पांडे निवासी झारखंड
3. रूपनी देवी पत्नी भोला नाथ उराँव, झारखंड
4. अंजलि पुत्री भोला नाथ उराँव, झारखंड।
लापता स्थानीय लोग, स्थान – कुशवा बाइफरकेशन के पास कनराहड़
1. सूरत राम (58) पुत्र स्वर्गीय कौल राम गांव कनराहड़ डाकघर सुगा तहसील रामपुर
2. संतोष कुमारी (54) पत्नी सूरत राम, गांव कनराहड़
3. नीरज कुमार (30) पुत्र सूरत राम गांव कनराहड़
4. रचना (23) पत्नी राजेश कुमार ग्राम कनराहड़ डाकघर सुगा तहसील रामपुर
5. अनीता (40) पत्नी अशोक कुमार गांव कनराहड़ डाकघर सुगा, रामपुर
6. योग प्रिया (11) पुत्री अशोक कुमार ग्राम कनराहड़
7. मुकेश पुत्र अशोक कुमार कनराहड़ पो सुगा तह रामपुर उम्र 19 वर्ष
8. वेद राज (55) पुत्र कौल राम गांव कनराहड़, सुगा तहसील निरमंड कुल्लू
लापता ग्रीनको समेज हाइड्रो एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के कर्मियों की सूची
1. पुष्प देव शर्मा ग्राम खुन्ना रामपुर
2. हरदीप सिंह ग्राम नगरोटा बगवा, कांगड़ा
3. हरदेव सिंह ग्राम सैंज, कुल्लू
4. अजय कुमार निवासी शिलाई, सिरमौर
5. भाग चंद निवासी शिंगला रामपुर
6. सिद्धार्थ खेड़ा निवासी कांगड़ा
7. रूप सिंह गांव सिका सेरी सरपारा, रामपुर
समेज से लापता स्थानीय लोगों की सूची
1. शिक्षा (37) पत्नी गोपाल गांव व डाकघर सुगा निवासी रामपुर
2. जिया (15) पुत्री गोपाल
3. कल्पना (34) पत्नी जय सिंह सनैल गांव कांदरी डाकघर फांचा, रामपुर
4. अक्षिता (7) पुत्री जय सिंह स्नैल
5. अद्विक (4) पुत्र जय सिंह सनायल जोड़
6. कृष्णा देवी (70) पत्नी स्वर्गीय पुरुषोत्तम गांव सरपारा, रामपुर
7. श्याम सिंह (39) पुत्र चंदर सिंह गांव समेज
8. आरुषि (13) पुत्री श्याम सिंह गांव समेज
9. अरुण (15) पुत्र श्याम सिंह गांव समेज
10. सरस्वती (33) पत्नी श्याम सिंह गांव समेज
11. तनु केदारटा (15) पुत्री रविंदर केदारनाथ गांव समेज
12. रानू केदारटा (16) पुत्री रविंदर केदारटा
13. आरुषि पुत्री श्याम सिंह ग्राम समेज
14. मंगला देवी (70) पत्नी सुना राम समेज
कुल्लू से लापता लोग
1. नेवता देवी पत्नी प्रेम चंद
2. जीरू राम
3. बेदू पुत्र कौल राम