इस अवसर पर राज्यपाल ने मेले के स्थानीय संयोजक के रूप में हिमालय साहित्य संस्कृति एवं पर्यावरण मंच के विशेष योगदान की सराहना की। उन्होंने शिमला में पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विगत आठ वर्षों से मंच के प्रयासों को भी सराहा।
राज्यपाल ने कहा कि पुस्तकों से बेहतर कोई मित्र नहीं हो सकता, इसलिए वह भी इस पुस्तक मेले में अपने दोस्तों को मिलने आए हैं। उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल परिवेश में जहां पढ़ने की क्षमता दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है, ऐसे आयोजनों की महत्ता और अधिक बढ़ जाती है। इन आयोजनों के माध्यम से विभिन्न विषयों, धाराओं और विचारों पर आधारित पुस्तकें एक ही छत के नीचे उपलब्ध करवाई गई हैं जिससे पाठकों को निश्चित रूप से लाभ होगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी ऐसे आयोजन न केवल शिमला बल्कि प्रदेश के अन्य जिलों में भी निरंतर आयोजित किए जायेंगे।
इससे पहले, ओकार्ड इंडिया के निदेशक राकेश गुप्ता और हिमालय साहित्य संस्कृति एवं पर्यावरण मंच के अध्यक्ष एसआर हरनोट ने राज्यपाल का स्वागत किया।
राष्ट्रीय पुस्तक मेले का शुभारंभ
शिमला, 21 जून। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर आठवें राष्ट्रीय पुस्तक मेले का शुभारम्भ किया। पुस्तक मेला सेंटर फार आर्ट एंड रीडरशिप केंद्र (ओकार्ड इंडिया), हिमालय साहित्य, संस्कृति एवं पर्यावरण मंच व नगर निगम शिमला के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। यह मेला 30 जून तक आयोजित किया जाएगा।