शिमला, 24 सितंबर। लोगों को स्वास्थ्य के दृष्टिगत गुणवत्तायुक्त पौष्टिक खाद्य पदार्थ उपलब्ध करवाना सरकार की प्राथमिकता है, जिससे कोई समझौता नहीं किया जाएगा। यह बात खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने आज यहां खाद्य आपूर्ति निगम के निदेशक मंडल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को समय-समय पर सैंपल लेकर गुणवत्ता की जांच के लिए भेजने के निर्देश भी दिए ताकि गुणवत्ता बनी रहे। उन्होंने खाद्य सामग्री की उपलब्धता की जानकारी लेकर उपभोक्ताओं को यथासमय राशन उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए।
गर्ग ने निगम के अधिकारियों को उचित उत्पाद दरें निर्धारित करने के साथ-साथ निगम का कारोबार बढ़ाने पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए ताकि निगम लाभ अर्जित करने वाली संस्था बन सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अधिक से अधिक अस्पताल परिसरों में नागरिक आपूर्ति की दवाइयों की दुकानें खोलने के भी प्रयास किए जाने चाहिए।
बैठक के दौरान निर्णय लिया गया कि नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से चाय, शैंपू, बालों का तेल, साबून, टूथपेस्ट, इत्यादि प्रतिदिन इस्तेमाल की जाने वाली उपभोक्ता वस्तुएं बाजार दर से कम दरों पर उपलब्ध करवायी जाएंगी, जिससे निगम की आय में भी वृद्वि होगी।
इसके अतिरिक्त, आईसीआईसीआई बैंक के समन्वय से नागरिक आपूर्ति निगम के सभी गोदामों और कार्यालयों में टेली सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया जाएगा ताकि स्टॉक रसीद, लेखा और एकीकृत भुगतान की एक स्वचालित प्रणाली आरंभ की जा सके।
प्रबंध निदेशक नागरिक आपूर्ति निगम ललित जैन ने निगम के कार्यों की प्रगति से संबंधित प्रस्तुति दी और आय बढ़ाने के लिए राज्य नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा किए जा रहे विभिन्न नए प्रयासों की जानकारी प्रदान की।
बैठक में सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले सी पालरासु, निदेशक खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के.सी. चमन और निदेशक मंडल की गैर-सरकारी सदस्य वीना ठाकुर भी उपस्थित थीं।
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