क्षेत्र में पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 36 वर्षों बाद यह महायज्ञ धूमधाम के साथ आयोजित किया जा रहा है, जिसमें क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में भाग ले रहे हैं। क्षेत्रवासियों को शांत महायज्ञ की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोगों की देव संस्कृति में गहरी आस्था है, इसीलिए हिमाचल प्रदेश को देवभूमि कहा जाता है।
यह महायज्ञ हिमाचल प्रदेश की प्राचीन संस्कृति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सभी निवासियों की देवी-देवताओं में गहरी आस्था तथा सभी को अपनी पुरातन संस्कृति पर गर्व है। मुख्यमंत्री ने युवा पीढ़ी से इस प्राचीन संस्कृति को सहेज कर रखने की अपील की।
शांत महायज्ञ में क्षेत्र के हजारों लोग पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ शामिल होने के लिए पहुंचे हैं। साथ ही रोहड़ू और जुब्बल क्षेत्र के सात देवता और 13 खूंद शामिल हो रहे हैं।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और सांसद प्रतिभा सिंह, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह तथा मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा ने भी क्षेत्रवासियों को महायज्ञ की बधाई दी और मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का रोहड़ू पहुंचने पर स्वागत किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के ओएसडी कर्नल कुलदीप सिंह बांशटू तथा रितेश कपरेट, उपायुक्त आदित्य नेगी व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।