चार बार विधायक, तीन बार मंत्री और राज्यसभा के सदस्य रह चुके शिव प्रताप शुक्ला यूपी के गोरखपुर जिले के रुद्रपुर के रहने वाले हैं। शुक्ला ने अपना सियासी सफर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से शुरू किया था। शुक्ला ने 1989 में गोरखपुर विस क्षेत्र से कांग्रेस के सुनील शास्त्री को हराकर उत्तर प्रदेश विधानसभा में उपस्थिति दर्ज करवाई और लगातार 1996 तक चार विधायक चुने गए।
वर्ष 1991 में वे स्वतंत्र प्रभार मंत्री शिक्षा बने थे। साथ ही उन्हें समाज कल्याण, उद्यान और खाद्य प्रसंस्करण के साथ-साथ खेल मंत्रालय का भी दायित्व मिला था। साल 1996 में वह प्रदेश सरकार में कारागार मंत्री बने। उन्हें न्याय और ग्रामीण विकास मंत्रालय की भी जिम्मेदारी दी गई थी।
देश में लगी इमरजेंसी के दौरान उन्हें 26 जून 1975 को जेल भी जाना पड़ा। वे 18 महीने बाद साल 1977 में जेल से छूटे थे। साल 2002 में उन्हें गोरखपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा। इसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के लिए संगठन का काम करना शुरू किया।
मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम ने दी बधाई
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने शिव प्रताप शुक्ला को हिमाचल प्रदेश का नया राज्यपाल नियुक्त किए जाने पर बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने शिव प्रताप शुक्ला को बधाई देते हुए कहा कि उनके सार्वजनिक जीवन के व्यापक अनुभव से प्रदेश और यहां की जनता को लाभ होगा। उप मुख्यमंत्री ने भी नवनियुक्त राज्यपाल को बधाई दी है।