शिमला, 13 जनवरी। वन विभाग के वन्यप्राणी विंग के मुखिया एवं चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन राजीव कुमार ने कहा कि कर्मचारियों को विभागीय कार्यों के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करना सीखना चाहिए। राजीव कुमार ने कहा कि उन्होंने वन्य प्राणी विंग के मुखिया के नाते वन्य प्राणी विंग के सभी सरकारी कामकाज को ई-ऑफिस के अंतर्गत् लाए हैं, जिसके चलते वन्य प्राणी विंग का काम न केवल आसान हुआ है बल्कि फाइलों का बोझ भी धीरे-धीरे कम हो रहा है।
राजीव कुमार ने गत दिवस हिमाचल प्रदेश वन विभाग मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन के अधिवेशन को संबोधित करते हुए विभाग में कर्मचारियों की प्रमोशन में हो रहे विलंब पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि फील्ड कार्यालयों से एसीआर और अन्य दस्तावेज समय पर नहीं पहुंच पाने से प्रमोशन में देरी होती है। राजीव कुमार ने कहा कि एसीआर एवं कर्मचारियों के ऐसे दस्तावेजों जिनके आधार पर पदोन्नति होती है को अपडेट रखने के लिए एक डाटाबेस मुख्यालय स्नाटार पर बनाया जाना चाहिए और इस डाटाबेस को बनाने में आधुनिक तकनीक कारगर साबित हो सकती है। राजीव कुमार ने हिमाचल प्रदेश वन विभाग मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन की प्रशंसा करते हुए बताया कि ऐसे प्रयास विभाग में होते रहने चाहिए जिससे आपसी मेलजोल तो बढ़ता ही है कर्मचारियों की समस्याओं के बारे में भी ज्ञात होता है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रकाश बादल ने राजीव कुमार का धन्यवाद करते हुए बताया कि वो अपनी एसोसिएशन के माध्यम से प्रदेश मिनिस्ट्रियल स्टाफ के सभी सदस्यों को वन विभाग के कार्यों के लिए आधुनिक तकनीक से काम करने के लिए कर्मचारियों को प्रेरित करेंगे। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश मिनिस्ट्रियल स्टाफ द्वारा राजीव कुमार को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया।