पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर के प्रतिशोध की राजनीति के आरोप झूठे

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शिमला, 21 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस विधायकों ने आज पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के बयान की कड़ी निंदा की है, जिसमें उन्होंने वर्तमान राज्य सरकार पर प्रतिशोध की राजनीति का आरोप लगाया है।
विधायक राजेश धर्माणी, संजय रतन और सुंदर सिंह ठाकुर ने यहां जारी एक संयुक्त वक्तव्य में कहा कि जय राम ठाकुिर के इस बयान से ऐसा प्रतीत होता है कि पूर्व मुख्यमंत्री नई दिल्ली के अपने केंद्रीय नेतृत्व को खुश करने के लिए इस तरह के निराधार एवं तथ्यहीन वक्तव्यों का सहारा ले रहे हैं।
विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार को प्रदेश के लोगों द्वारा पांच साल के लिए भारी जनादेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राज्य सरकार अपनी सभी दस गारंटियों और अन्य चुनावी वायदों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है और प्रदेश की बागडोर संभालने के पहले दिन से ही इन पर गंभीरता से कार्य करना शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को थोड़ा धैर्य रखना चाहिए क्योंकि कांग्रेस सरकार को राज्य की बागडोर संभाले अभी कुछ ही दिन हुए हैं।
राजेश धर्माणी, संजय रतन एवं सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल के अंत में चुनावी लाभ लेने के लिए प्रदेश में कई संस्थानों को खोलने और स्तरोन्नत करने की घोषणा कर दी और इन संस्थानों के लिए बजट तक का प्रावधान नहीं किया गया था और इनका एकमात्र लक्ष्य लोगों को झूठे चुनावी प्रलोभन देकर भ्रमित करना था। उन्होंने कहा कि बिना सोचे-समझे और नियमों के विरुद्ध खोले गए सभी संस्थानों का उद्देश्य केवल मतदाताओं को लुभाना मात्र ही था। उन्होंने कहा कि जनता की मांग एवं आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एक भी नया संस्थान नहीं खोला गया और न ही स्तरोन्नत किया गया। उन्होंने कहा कि बिना बजट एवं योजना के खोले गए ऐसे संस्थानों को राज्य सरकार ने बंद करने का निर्णय लिया है और इन सभी की समीक्षा की जाएगी। समीक्षा के उपरांत यदि कोई संस्थान व्यावहारिक पाए जाते हैं, तो सरकार उचित बजट प्रावधान करके उन्हें फिर से खोलने पर विचार कर सकती है।
इन विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री को पिछले भाजपा कार्यकाल की याद दिलाते हुए कहा कि उस समय राज्य में भाजपा ने सत्तासीन होते ही पिछली कांग्रेस सरकार के लगभग सभी विकासोन्मुखी निर्णयों को रद्द कर दिया था। उन्होंने कहा कि सत्य तो यह है कि भाजपा ही हमेशा बदले की भावना से प्रेरित राजनीति को बढ़ावा देती रही है, जबकि दूसरी ओर मुख्यमंत्री सुक्खू के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार राज्य के संतुलित व चहुंमुखी विकास और गरीब वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
राजेश धर्माणी, संजय रतन और सुंदर सिंह ठाकुर ने पूर्व मुख्यमंत्री को परामर्श दिया कि प्रदेश सरकार के गठन को अभी सप्ताह भर ही बीता है और ऐसे में वे धैर्य रखें क्योंकि वर्तमान कांग्रेस सरकार ने सभी विभागों को ठोस और विस्तृत प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं ताकि विकासोन्मुखी नीति को अंतिम रूप प्रदान किया जा सके।

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