शिमला, 8 जून। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बुधवार को हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) पेंशनर कल्याण संघ ने धरना प्रदर्शन करके सरकार को चेताया। प्रदेश भर से शिमला पहुंचे पेंशनर सचिवालय के बाहर प्रदर्शन के लिए जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने इन्हें एक किमी पहले ही टॉलैंड के पास रोक लिया। इस पर गुस्साए पेंशनर सड़क पर बैठ गए, जिससे पूरे शहर का ट्रैफिक जाम हो गया। इस दौरान पेंशनरों ने थाली और शंख बजाकर सड़क पर प्रदर्शन किया।
इस प्रदर्शन के चलते पर्यटन सीजन में पैक शहर में ट्रैफिक जाम से पर्यटकों के अलावा आम आदमी को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पुलिस ने पेंशनरों को मनाने की भी कोशिश की और इस बीच पुलिस के साथ धक्कामुक्की भी हुई। पेंशनरों की सरकार से शिकायत है कि उम्र के इस पड़ाव में भी उन्हें अपने हक के लिए सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है। साथ ही वे यह कहते हुए भी नाराजगी जाहिर करते दिखे कि 18 साल के युवा पुलिस कर्मी 70 साल के बुजुर्गों को धक्के मार रहे हैं।
संघ का कहना है कि पेंशनरों को समय पर पैंशन का भुगतान नहीं हो रहा है। इसके अलावा, अब तक सरकार की ओर से नए वेतनमान के लाभ भी पेंशनरों और एचआरटीसी कर्मचारियों को नहीं मिले हैं। डीए की किस्त का भी भुगतान नहीं हुआ है।
पेंशनरों ने इस दौरान खाली जेबें दिखाकर प्रदर्शन करते हुए कहा कि सरकार की नाकामी की वजह से आज उन्हें भूखमरी की नौबत आ गई है। इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।