Bjpशिमला, 19 अक्टूबर। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों की अधिसूचना जारी होने के बाद भी प्रदेश के दो प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस को प्रत्याशियों को लेकर माथापच्ची करनी पड़ रही है। अभी तक दोनों ही राजनीतिक दल सभी 68 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर पाए हैं, मगर अभी प्रत्याशियों की जो सूचियां सामने आई हैं उनमें भाजपा ने बड़ा फेरबदल किया है।भाजपा ने आज सुबह अपने 62 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करके एक हद तक अपनी तस्वीर साफ कर दी है। वहीं कांग्रेस अभी तक कई सीटों पर फैसला नहीं ले पाई है। कांग्रेस की पहली सूची में महज 46 सीटों पर ही प्रत्याशियों के नाम तय हो पाए हैं।
आज भाजपा की प्रत्याशियों की सूची आते ही सबेरे से ही राजनीति गर्मा गई थी। भाजपा ने कुछ मंत्रियों के विस क्षेत्र बदल दिए तो कुछ मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दी है। मंत्रियों में शिमला शहरी से सुरेश भारद्वाज का विस क्षेत्र बदला गया है। शिमला शहरी से टिकट में बड़ा फेरबदल करते हुए शहरी विकास मंत्री रहे सुरेश भारद्वाज को कसुम्पटी से टिकट दिया है। वहीं शिमला शहरी से भाजपा ने चाय की दुकान करने वाले संजय सूद पर भरोसा जताया है। संजय सूद वर्तमान में भाजपा के कोषाध्यक्ष के पद पर तैनात हैं। उनकी ओल्ड बस स्टैंड में चाय की दुकान है। संजय सूद ने पार्षद के तौर पर राजनीति की शुरुआत की थी।
वहीं नूरपुर से वन मंत्री राकेश पठानिया को भी इस बार अपने विस क्षेत्र से पलायन करना होगा। उन्हें भाजपा ने फतेहपुर विस क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी बना कर भेजा है। वहीं उनके विस क्षेत्र नूरपुर से उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रणवीर सिंह निक्का को पार्टी टिकट दिया गया है। निक्का काफी समय से भाजपा के टिकट के लिए जद्दोजहद कर रहे थे। वे निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भी चुनाव लड़ चुके हैं। उन्हें टिकट मिलने से उकने समर्थकों में खुशी की लहर है।
इन भाजपा विधायकों के कटे टिकट
भाजपा की पहली सूची आते ही तीन मौजूदा विधायकों के टिकट कट गए हैं। इनमें भरमौर से जिया लाल कपूर, चंबा से पवन नैय्यर और धर्मशाला से विशाल नैहरिया के नाम प्रमुख हैं। भाजपा ने जिला चंबा की जनजातीय विस सीट भरमौर से न्यूरो सर्जन और आईजीएमसी के एमएस का पद छोड़ कर राजनीति में उतरे डॉक्टर जनक राज को भाजपा प्रत्याशी बनाया है। मूल रूप से होली तहसील के रहने वाले जनकराज ने अपने पेशे में खूब नाम कमाया है और पिछले कुछ माह से राजनीति में सक्रिय हो गए थे। इसके लिए उन्होंने अपनी नौकरी तक छोड़ दी थी। नौकरी छोड़ने के बाद वे भरमौर विस क्षेत्र में पूरी तरह से सक्रिय हो गए थे और ताबड़तोड़ प्रचार अभियान छेड़ रखा था। उन्हें टिकट मिलने के चलते इस बार यहां से कांग्रेस प्रत्याशी को कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है।
वहीं जिला चंबा की ही चंबा सदर सीट से भाजपा विधायक पवन नैय्यर का भी टिकट कट गया है। उनकी जगह इंदिरा कपूर को भाजपा प्रत्याशी बनाया गया है। चंबा के मौजूदा विधायक पवन नैय्यर कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए थे और पहली बार विधायक बने थे। इसी तरह जिला कांगड़ा की धर्मशाला विस सीट से भाजपा के मौजूदा विधायक विशाल नैहरिया का भी टिकट कट गया है। उनकी जगह ओबीसी से संबंध रखने वाले राकेश चौधरी को टिकट दिया गया है। राकेश चौधरी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भी चुनाव लड़ चुके हैं और गैर गद्दी क्षेत्र से भारी जनमत हासिल करने के चलते भाजपा ने उन पर भरोसा जताया है। ज्ञात रहे कि धर्मशाला से किशन कपूर पहले ही सांसद के तौर पर मोदी सरकार का हिस्सा हैं। ऐसे में इस बार भाजपा ने चौधरी बिरादरी की वर्षों से चली आ रही नेतृत्व देने की मांग को पूरा किया है। जिला कांगड़ा से ही ज्वाली के मौजूदा विधायक अर्जुन सिंह का टिकट कट गया है। यहां से भाजपा ने संजय गुलेरिया को चुनाव मैदान में उतर कर उल्टफेर किया है।