नालागढ़ (सोलन), 20 जून। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यह उपचुनाव मुख्यमंत्री की तानाशाही की वजह से हो रहा है, जो भी हालत बने हैं उसके ज़िम्मेदार मुख्यमंत्री स्वयं हैं। जिस तरीक़े की बर्बरता उन्होंने विधायकों के साथ की उसकी वजह से केएल ठाकुर समेत अन्य विधायकों ने अपनी विधायकी से इस्तीफ़ा दे दिया। मुख्यमंत्री ज़बरदस्ती अपनी बात मनवाना चाहते हैं, चाहें निर्दलीय विधायक हो या उनकी पार्टी के विधायक सभी उनके इस व्यवहार की चपेट में थे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विधायक अपने लोगों के हितों के साथ रहेगा मुख्यमंत्री के निजी हितों के साथ नहीं।
उन्होंने कहा कि बीते कल ही पूरे प्रदेश ने देखा कि किस तरह कांग्रेस के नेता ने आरोप लगाए कि उन्हें आठ घंटे बंधक बनाकर मुख्यमंत्री ने अपनी बातें मनवाने की कोशिश की। विपक्ष सरकार की इस तानाशाही के ख़िलाफ़ शुरू से ही आवाज़ उठा रहा है। नालागढ़ में विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी केएल ठाकुर के नामांकन के बाद आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बातें कहीं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है जब मुख्यमंत्री की तानाशाही के ख़िलाफ़ सरकार से आवाज़ उठी हो। इसके पहले कैबिनेट के मंत्री रोते हुए इस्तीफ़ा देने की घटना को पूरे प्रदेश ने देखा। कैबिनेट की बैठक से एक मंत्री रोते हुए बाहर निकल रहे हैं और दूसरे मंत्री उन्हें मनाते हुए अंदर ले जा रहे हैं। विधायक से लेकर पार्टी के नेता और अध्यक्ष तक सरकार के कामकाज और विकास न करने को लेकर उंगली उठा रहे हैं। सुक्खू सरकार ने प्रदेश के हर वर्ग को ठगने का काम किया है, जिसे आज पूरे प्रदेश ने नकार दिया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में 68 में से 61 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई। मुख्यमंत्री अपने हल्के की सीट पर लोस प्रत्याशी को लीड नहीं दिला पाए और हार गए। उन्होंने दावा किया कि मौजूदा विधानसभा उपचुनाव में भाजपा तीनों सीटें जीतेगी।
जयराम ठाकुर ने नालागढ़ के भाजपा प्रत्याशी केएल ठाकुर के लिए वोट मांगते हुए कहा कि नालागढ़ से आप सभी भाजपा को जिताते हैं तो बहुत जल्दी ही प्रदेश को इस तानाशाही से मुक्ति मिलेगी। प्रदेश में विकास के कामों पर ताला लगाने वाली, युवाओं, महिलाओं, किसानों, बाग़वानों से धोखा करने वाली कांग्रेस सरकार भी नहीं रहेगी। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी और विकास के काम फिर उसी रफ़्तार से चलेंगे। इस मौक़े पर उनके साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल, पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर, राज्यसभा सांसद डॉ सिकंदर कुमार, शिमला के सांसद सुरेश कश्यप, पूर्व संसद वीरेंद्र कश्यप, पूर्व विधायक परमजीत सिंह पम्मी और लखविन्द्र राणा भी उपस्थित थे।
क़ानून व्यवस्था ध्वस्त, मुख्यमंत्री कुर्सी बचाने में व्यस्त
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में क़ानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। कोर्ट परिसर के पास दिनदहाड़े गोलियां चल रही हैं। लोगों की बेरहमी से हत्या हो रही है। बच्चियां भी सुरक्षित नहीं हैं। प्रदेश में ऐसी आपराधिक घटनाएं हो रही है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। इस तरह की घटनाओं से देवभूमि की छवि ख़राब हो रही है। लेकिन मुख्यमंत्री को सिर्फ़ अपनी कुर्सी बचाने से मतलब है। उनका सारा फोकस अपनी कुर्सी बचाने पr है। प्रदेश के लोगों से उनके कोई लेना देना नहीं हैं। उन्होंने कहा कि देवभूमि के इस तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार क़ानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रभावी कदम उठाए।