मुख्यमंत्री यहां कांग्रेस उम्मीदवार हरदीप सिंह बाबा की नामांकन रैली को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने हरदीप सिंह का नामांकन पत्र दाखिल करवाया। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रैली में कहा कि नालागढ़ में मुकाबला धनवान और गुणवान के बीच है। यह चुनाव राजनीतिक शुचिता और स्वच्छता के लिए है। इसलिए हरदीप सिंह बाबा को जिताकर विधानसभा भेजें। बाबा जो भी काम लेकर आएंगे, उन्हें किया जाएगा। साढ़े तीन साल में नालागढ़ की सूरत बदल देंगे।
उन्होंने कहा कि नालागढ़ के पूर्व विधायक केएल ठाकुर अपने क्रशर का स्टे लेने के लिए हाईकोर्ट की दौड़ लगा रहे हैं लेकिन, जनता की समस्याओं का समाधान कराने के लिए कभी शिमला की दौड़ नहीं लगाई। वह अपने निजी काम लेकर ही आते थे, नालागढ़ में विकास कार्य मैंने खुद किए। बिकने के बाद पूर्व विधायक एक महीने अपने विधानसभा क्षेत्र नालागढ़ में नहीं आए। अब वह किस मुंह से दोबारा वोट मांग रहे हैं, जनता ने उन्हें विधायक चुनकर भेजा था। 14 महीने में उन्हें इस्तीफा देने की जरूरत क्यों पड़ी। वह निर्दलीय थे, वैसे भी भाजपा के साथ जा सकते थे, लेकिन जो पैसा उन्होंने अपना ईमान बेचकर लिया था, उसके दबाव में विधायक पद से इस्तीफा देना पड़ा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जयराम ठाकुर फिर आकर झूठ बोलेंगे, लेकिन प्रदेश में उनकी सरकार बनने वाली नहीं है। कांग्रेस के विधायकों की संख्या बढ़कर 38 हो चुकी है। उपचुनाव की तीनों सीटें जीतकर 40 का आंकड़ा पार करेंगे। भाजपा का झूठ व फरेब चलने वाला नहीं है। हमने बिकने वाले को नहीं, ईमानदार हरदीप बाबा को टिकट दिया है। भाजपा के उम्मीदवार केएल बिके कभी जनता के सच्चे हितैषी नहीं हो सकते। जो जनता की भावनाओं का ही सौदा कर दे, वह सच्चा सेवक नहीं हो सकता। हमने निर्दलीय विधायकों के खूब काम किए, क्योंकि वह जनता की आवाज बनकर विधानसभा पहुंचे थे। लेकिन, उन्होंने खुद को बेच दिया। उनके इस्तीफा देने के बाद हमने सोचा कि तीन महीने में अक्ल आ जाएगी और स्पीकर साहब के पास जाकर उसे वापस ले लेंगे पर वे धरने पर बैठे, हाईकोर्ट गए। क्योंकि भाजपा के साथ उनकी डील हुई थी।
हरदीप बाबा मुझे पहले ही कहते थे कि केएल ठाकुर कांग्रेस के साथ नहीं रहेंगे भाग जाएंगे। मैंने उनकी नहीं सुनी, लेकिन बाबा की बात सच साबित हुई। निर्दलीय पूर्व विधायक अब भाजपा टिकट पर चुनाव लड़कर विधायक बनने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि उन्हें मालूम है कि भाजपा की सरकार नहीं बनने वाली। इस्तीफा देने के बाद कहते थे कि कांग्रेस सरकार में हमारे काम नहीं हुए। जबकि जनता जानती है कि तीनों विधानसभा क्षेत्र में पूर्व सरकार के समय से रुके पड़े कामों को हमने शुरू करवाया। नालागढ़ की जनता इस बार कोई गलती न करे, चूंकि धनबल की लड़ाई जनबल से है। झूठ जितना भी सच से टकराके, अंत में जीत सच की होती है। नालागढ़ के पूर्व विधायक आपके बीच वोट मांगने आएंगे, पैसे भी देंगे। उन्हें मना नहीं करना है, उनसे डबल पैसे लेने हैं और वोट कांग्रेस को डालना है। भाजपा से केएल ठाकुर को पैसे के भरे हुए अटैची मिले हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार चुनाव देखकर काम नहीं करती। हमने वोट के लिए 1500 रुपये महिलाओं और कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम नहीं दी। यह हमारी प्रतिबद्धता थी, जिसे हमने पूरा किया है। हम जो कहते हैं वो करते हैं। हमारी सरकार ने 10 में से 5 गारंटियों को 16 महीने के कार्यकाल में पूरा किया है। सरकार सभी गारंटियों को पूरा कर 2027 तक हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाएगी।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह की नीतियों में आस्था जताते हुए भाजपा के कई पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का दामन थामा। मुख्यमंत्री ने दर्जनों भाजपाइयों को हार पहनाकर कांग्रेस में शामिल कराया। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने सभी भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को कांग्रेस पार्टी का पटका पहनाया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, सीपीएस राम कुमार चौधरी, कांग्रेस उम्मीदवार हरदीप सिंह बाबा और जिलाध्यक्ष शिवकुमार भी मौजूद थे।