जयराम ठाकुर ने कहा कि निर्दलीय विधायक का मतलब होता है वह किसी भी दल का मुद्दों पर सहयोग करे, लेकिन सरकार चाहती है कि वह सरकार के हिसाब से काम करे नहीं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे। कांग्रेस के राज्यसभा प्रत्याशी जो कि सुक्खू सरकार के फ़ैसलों के ख़िलाफ़ केस लड़ चुके थे, हिमाचल से जिनका कोई वास्ता नहीं था, उन्हें वोट न देने पर सरकार द्वारा इन विधायकों को प्रताड़ित किया गया। व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करने की कोशिश की गई, उनके सहयोगियों पर मुक़दमा दर्ज कर फ़साने की धमकी दी गई। सरकार हार का बदला निकालने के लिए प्रदेश के लोगों द्वारा चुने गए विधायकों को हर तरह से प्रताड़ित किया। विधायकी से इस्तीफ़ा देने के बाद भी यह नेता अब भी सरकार के निशाने पर हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अपने क्षेत्र के लोगों के हितों की आवाज़ उठाने के लिए आशीष समेत सभी नेताओं को विधायक छोड़नी पड़ी। अब उनके साथ हमीरपुर के लोगों का आशीर्वाद है। राज्यसभा में भाजपा के प्रत्याशी को वोट देने के कारण उन्हें इतनी प्रताड़ना झेलनी पड़ी। भाजपा ने इसीलिए सभी को टिकट दिया है। हमीरपुर के लोगों का प्रेम और आशीर्वाद आशीष के साथ है वह भारी से भारी मतों से फिर से विजयी होंगे। इस मौक़े पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, प्रदेशाध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल, रणधीर शर्मा, त्रिलोक जम्वाल, सुधीर शर्मा समेत, पदाधिकारी, कार्यकर्ता और भारी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री का आभार जताया
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रधानमंत्री द्वारा किसान सम्मान निधि की 17वीं किश्त जारी करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया और सभी देशवाशियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस बार 9 करोड़ 26 लाख से ज़्यादा किसानों को 20 हज़ार करोड़ रुपये सीधे खाते में डाले गए। इसके पहले 16 किश्तों में किसानों के खाते में 3.04 लाख करोड़ रुपये पहले से डाले जा चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के किसानों, ग़रीबों,युवाओं और महिलाओं को सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है।
चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि इस समय प्रदेश में आचार संहिता लगी है, देहरा में ही चुनाव हो रहे हैं इसके बाद भी देहरा में एसपी ऑफिस और पीडब्ल्यूडी का डिवीज़न खोला जा रहा है। को लेकर इस तरह की घोषणा की जा रही है। यह खुलेआम आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। मुख्यमंत्री को देहरा की स्थिति पता है। कांग्रेस वहाँ से बुरी तरह हारने वाली है। ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा जानबूझकर ऐसा हथकंडा अपनाया जा रहा है। हर चुनाव की तरह इस बार भी चुनाव में लोगों को धोखा देने की कोशिश की जा रही है। लोकसभा के चुनाव से साफ़ हो गया है कि प्रदेश के लोगों ने सरकार को, कांग्रेस को, मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को नकार दिया है। इसलिए कांग्रेस के इस तरह के हथकंडे काम नहीं आएंगे।