नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस जिस तरह से मुद्दाविहीन होकर मर्यादा के विपरीत आचरण कर रही है, उससे यह साफ़ हो गया है कि कांग्रेस ने हार मान ली है। अब बस औपचारिकता ही बची है। उन्होंने कहा कि झूठी गारंटियों के दम पर सत्ता में आई कांग्रेस ने सत्ता पाने के बाद प्रदेश के लोगों से मुंह मोड़ लिया। जिसकी वजह से आज यह स्थिति आई है कि प्रदेश का विकास पूरी तरह से रुक गया है और हिमाचल के लोग इस सरकार से त्रस्त हैं। सरकार की असंवेदनशीलता का आलम यह है कि लोगों को हिमकेयर के तहत मिलने वाले इलाज को भी बंद कर दिया है। माताओं-बहनों से चुनाव में झूठे फॉर्म भरवा रही हैं। नौकरी देने की गारंटी से मुकर रही है और नौकरी कर रहे युवाओं को नौकरी से भी निकाल रही है। डेढ़ साल में सरकार एक नई ईंट नहीं रखवा पाई और न ही एक युवा का रोज़गार दे पाई है। बस सरकार हर महीनें क़र्ज़ लेने का रिकॉर्ड बना रही है। इसलिए कंगना रनौत को भारी मतों से विजयी बनाकर दिल्ली भेजे और जनहित को समर्पित नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाए। इस मौक़े पर उनके साथ कंगना रनौत, भरमौर के विधायक डॉ जनक राज समेत स्थानीय पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि देश के लोग मज़बूत और सशक्त भारत चाहते हैं, जो भारत की तरफ़ बुरी नज़र उठाने वालों को घर में घुसकर जवाब दे। पूरे देश ने देखा कि भारत ने किस तरह से सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देकर पाकिस्तान को साफ़ संदेश दिया है। कश्मीर में बिताए अपने कश्मीर में बिताए हुए दिनों को याद करते हुए जयराम ने कहा कि एक वह भी जमाना था जब कश्मीर में अनुच्छेद 370 की वजह से दो झंडे होते थे। कश्मीर के लाल चौक में भी तिरंगा झंडा नहीं फहराया जाता था। स्वर्ग कहीं जाने वाली घाटी में ख़ौफ़ का साया था। अब मोदी के द्वारा 370 हटाने से आज वहाँ का मंजर बदल गया है। घर-घर पर तिरंगा है। घाटी में डर का नहीं ख़ुशहाली और तरक़्क़ी का बोलबाला है। आज गुलाम कश्मीर वाले भारत में शामिल होने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। यह परिवर्तन सिर्फ़ आप लोगों द्वारा नरेन्द्र मोदी को मजबूती देने की वजह से संभव हो पाया है। आगे भी विकास की गति ऐसे ही रहने वाली है। इसके लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता है।