भाजपा को गाय पर घेरा, कहा- हमने बढ़ाई गोपालकों की धनराशि
सोलन में कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण केंद्र स्थापित होगा
शिमला, 16 मई। हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव और 6 विधानसभाओं के उप चुनाव के बीच मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने आज भारतीय जनता पार्टी को गाय के मुद्दे पर जबरदस्त ढंग से घेरते हुए उसपर गौवंश पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में पशुपालकों के कल्याण के लिए कई कारगर कदम उठाए जा रहे हैं।
आज यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में सीएम ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने गाय के नाम पर केवल राजनीति की है, जबकि गाय और गोपलकों के कल्याण के लिए वर्तमान कांग्रेस सरकार ने कई योजनाएं बनाई है। उन्होंने कहा कि बेसहारा पशुओं की समस्या का निदान करने के लिए राज्य सरकार ने निजी गौ-सदनों में आश्रित गौवंश को दिए जाने वाले अनुदान को भी 700 से बढ़ाकर 1200 रुपये प्रतिमाह करने का निर्णय लिया है। इसके अतिरिक्त राज्य में बेसहारा पशुओं की समस्या से निपटने के लिए एक राज्य स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा, जो इन पशुओं को किसानों व स्थानीय समुदायों से परामर्श के के बाद गौ-अभ्यारण्यों और गौशालाओं में रखने के बारे में अपने सुझाव देगी, जिसका प्रावधान बजट 2024-25 में किया गया है। इन कदमों से बेसहारा पशुओं की समस्या से निपटने में मदद मिलेगी और किसान फिर से खेती-बाड़ी की ओर आकर्षित होंगे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुद्ढ़ करने के लिए कई प्रभावी पग उठा रही है, ताकि गांवों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर में आशातीत सुधार लाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश की लगभग 90 प्रतिशत जनसंख्या गांवों में बसती है और सरकार की नीतियां व कार्यक्रम उनके आर्थिक स्तर को सशक्त करने के लिए बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने पशुपालन व दूध उत्पादन को प्राकृतिक खेती से जोड़कर किसानों की आय में वृद्धि को सुनिश्चित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पशुपालकों को उत्तम नस्ल के पशु उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से सोलन जिले के दाड़लाघाट में कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया जाएगा, जहां कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है जहां दूध पर समर्थन मूल्य प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में राज्य सरकार द्वारा गाय के दूध पर 45 रुपये प्रति लीटर तथा भैंस के दूध पर 55 रुपये प्रति लीटर समर्थन मूल्य पशुपालकों को सुनिश्चित किया जा रहा है।
ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार किसानों और पशुपालकों को दूध उत्पाद का उचित मूल्य सुनिश्चित करेगी तथा दूध से बनने वाले उत्पादों की गुणवता पर भी ध्यान देगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं में पशुपालन से संबंधित कौशल विकास के उद्देश्य से हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के माध्यम से नए कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम आरंभ करेगी। उन्होंने कहा कि दत्तनगर में दुग्ध विधायन संयंत्र में 50 हजार एलपीडी की क्षमता का एक अतिरिक्त संयंत्र आरंभ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऊना व हमीरपुर में आधुनिकतम तकनीक से दुग्ध विधायन संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं जिन पर लगभग 50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।