उन्होंने कहा कि इस्तीफा दे चुके देहरा से आजाद विधायक होशियार सिंह का एक-एक चिट्ठा खोलूंगा, जब चुनाव होगा। उन्हें लोगों के वोट का सौदा नहीं करना चाहिए था। विधायकी से इस्तीफे के साथ ही निर्दलीयों को राजनीति से भी संन्यास ले लेना चाहिए। जिनके सारे काम हो रहे हों वे विधायक 14 महीने में इस्तीफा नहीं देते। बिकाऊ विधायकों का इस्तीफा तो कोर्ट से भी स्वीकार नहीं हुआ, कोर्ट ने कहा कि विधानसभा स्पीकर ने जो पूछा है, उसका जवाब दो।
ठाकुर सुखविंदर सिंह ने कहा कि जसवां परागपुर मेरा घर है। आपके साथ लगती विधानसभा क्षेत्र का मुख्यमंत्री मिला है। कांग्रेस उम्मीदवार सतपाल रायजादा को वोट दें, चुनाव के बाद जो मांगेंगे वह मिलेगा। भाजपा सांसद तो चुनाव जीतने के बाद आते ही नहीं, रायजादा आपके बीच रहेगा। परागपुर की जनता ने मुख्यमंत्री को देखते हुए वोट डालना है। जसवां परागपुर की हर मांग को सरकार ने पूरा किया है। आम आदमी के दर्द को समझता हूं इसलिए उनके लिए योजनाएं बना रहा हूं। अर्थव्यवस्था पर बोझ डाले बिना 10 में से 5 गारंटियों को पूरा कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने हिमाचल के हितों की हमेशा अनदेखी की। पूर्व सरकार ने प्रदेश के हित बेच डाले। विधायकों को खरीद कर देवभूमि को कलंकित किया। यह चुनाव लोकतंत्र की रक्षा करने का है। धनबल को जनबल ही हरा सकता है। कांग्रेस के पैसा नहीं है, जनता की ताकत है। 1 जून को कांग्रेस को वोट दें ताकि खरीद फरोख्त की राजनीति करने वालों को कड़ा सबक मिले।
इस दौरान लोकसभा उम्मीदवार सतपाल रायजादा, पूर्व उम्मीदवार सुरेंद्र मनकोटिया, डॉ राजेश शर्मा, धीरज देसाई, संजीव कालिया और ब्लॉक अध्यक्ष कुशल सिपहिया भी मौजूद थे।