जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा कि प्रदेश में दुःख की सरकार चल रही है। आपदा में कांग्रेस की चिट्ठी लाने वाले को ही राहत राशि मिली। जो कांग्रेस के नेताओं के संपर्क में नहीं हैं उन्हें एक पैसा नहीं मिला। उन्होंने कहा कि आपदा से रोहड़ू में नुक़सान हुआ। सरकार राहत नहीं दे पाई है। जहां भी जन-धन की क्षति हुई वहां मैं निजी तौर पर भी गया। बाग, घर, पशुशाला सबका नुक़सान हुआ लेकिन राहत नहीं मिल पाई। झूठ बोलकर देवभूमि के लोगों से साथ जो छल किया है, वह पाप है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश में हज़ारों की संख्या में चले हुए संस्थान बंद कर दिये। उन्होंने कहा कि हमने बिना कोई गारंटी दिए महिलाओं का किराया आधा किया, बिजली और पानी का बिल माफ़ लिया। हिमकेयर से पांच लाख का निःशुल्क इलाज दिया, सहारा योजना दी, दुःख इस बात का है यह गारंटी देने वाली सरकार ने यह सुविधाएं बंद कर दी है। कांग्रेस इसी तालाबंदी को विकास कह रही है। अब हिमाचल के लोगों की बारी हैं ऐसी सरकार और ऐसे लोगों की तालाबंदी करें। सड़कों का काम रुका पड़ा है। अस्पताल का काम रुका पड़ा है। स्कूल का काम रुका पड़ा है। हिमकेयर से इलाज रुक गया है। सहारा की पेंशन रुक गई है। आज तक सरकार प्रदेश को आगे ले जाने के लिए काम करती थी यह पहली सरकार है जो प्रदेश को पीछे ले जा रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने यह बातें रोहड़ू मंडल में आयोजित पन्ना प्रमुख सम्मेलन में कही। इस मौक़े पर उनके साथ शिमला संसदीय क्षेत्र प्रत्याशी सुरेश कश्यप, चौपाल विधायक बलवीर वर्मा, भाजपा महामंत्री बिहारी लाल शर्मा, महासू ज़िलाध्यक्ष अरुण फ़ाल्टा, रोहड़ू विधान सभा क्षेत्र की पूर्व प्रत्याशी शशिबाला, समस्त पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।